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पिथौरागढ़ में सेना ने शुरू किया जिले का पहला कम्युनिटी रेडियो स्टेशन... नाम रखा 'पंचशूल पल्स'

यह पिथौरागढ़ जिले का पहला सामुदायिक रेडियो स्टेशन है. सीमांत क्षेत्रों में सूचनाओं की पहुंच बढ़ाने का सशक्त माध्यम बनेगा. सेना और स्थानीय समुदाय के बीच संवाद को मजबूत करेगा. विद्यार्थियों और स्थानीय प्रतिभाओं को मंच मिलेगा. शासन की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाया जा सकेगा.

पिथौरागढ़ सामुदायिक रेडियो पिथौरागढ़ सामुदायिक रेडियो

सीमांत जनपद पिथौरागढ़ को सेना की ओर से एक बड़ी सौगात मिली है. जिले का पहला सामुदायिक रेडियो स्टेशन 'पंचशूल पल्स' (Panchshul Pulse) की शुरुआत भारतीय सेना ने की है. यह रेडियो स्टेशन पिथौरागढ़ आर्मी एरिया स्थित जनरल बीसी जोशी आर्मी पब्लिक स्कूल परिसर में स्थापित किया गया है. इसका औपचारिक उद्घाटन मध्य कमान के लेफ्टिनेंट जनरल अनिद्य सेन गुप्ता द्वारा किया गया.

इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल अनिद्य सेन गुप्ता ने कहा कि इस सामुदायिक रेडियो स्टेशन की स्थापना का उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मकसद स्थानीय जनता तक सूचनाएं, जागरूकता अभियान और सेना से जुड़े विकास कार्यों की जानकारी पहुंचाना भी है. उन्होंने कहा कि पंचशूल पल्स लोगों की आवाज़ बनेगा और सीमांत क्षेत्रों में सूचनाओं के आदान-प्रदान का एक सशक्त माध्यम साबित होगा.

स्थानीय प्रशासन ने की पहल की सराहना
कार्यक्रम में मौजूद जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने सेना की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह रेडियो स्टेशन न केवल लोगों के लिए मनोरंजन का माध्यम बनेगा, बल्कि यह सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार में भी अहम भूमिका निभाएगा. इसके साथ ही, स्थानीय लोक कलाकारों और युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और निखारने का एक नया मंच मिलेगा.

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छात्रों में उत्साह, रेडियो को बताया वरदान
उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहीं. उन्होंने सेना की इस पहल को 'शिक्षात्मक' और 'प्रेरणादायक' करार दिया. रिशिता रावत, जो जनरल बीसी जोशी आर्मी पब्लिक स्कूल की छात्रा हैं, ने कहा कि रेडियो के जरिए उन्हें बोलने, लिखने और प्रस्तुतीकरण जैसे कौशल सीखने को मिलेंगे. वहीं, छात्रा स्वरा पठानिया ने कहा कि यह रेडियो स्टेशन पिथौरागढ़ जैसे दूरस्थ क्षेत्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, जहां तक तकनीक और अवसरों की पहुंच सीमित है.

क्या है 'पंचशूल पल्स'?
'पंचशूल पल्स' नाम से शुरू हुआ यह कम्युनिटी रेडियो स्टेशन खास तौर पर सीमांत क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. यहां स्थानीय भाषा, संस्कृति, लोककला, युवाओं की उपलब्धियों और स्वास्थ्य व शिक्षा से जुड़े विषयों पर कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे. सेना की ओर से यह पहल नागरिक-सैन्य समन्वय (civil-military cooperation) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

बता दें, यह पिथौरागढ़ जिले का पहला सामुदायिक रेडियो स्टेशन है. सीमांत क्षेत्रों में सूचनाओं की पहुंच बढ़ाने का सशक्त माध्यम बनेगा. सेना और स्थानीय समुदाय के बीच संवाद को मजबूत करेगा. विद्यार्थियों और स्थानीय प्रतिभाओं को मंच मिलेगा. शासन की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाया जा सकेगा.

(राकेश पंत की रिपोर्ट)