
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के छोटे से गांव हिसाबड़ा से ताल्लुक रखने वालीं आस्था पूनिया ने भारतीय नौसेना की पहली महिला फाइटर पायलट बनकर देश का नाम रोशन किया है.
आस्था पूनिया ने राजस्थान के वनस्थली विद्यापीठ विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई पूरी की हैं. उनके पिता अरुण पूनिया, जो गणित के शिक्षक हैं, बताते हैं कि आस्था को बचपन से ही हवाई जहाज और एयरक्राफ्ट्स के प्रति गहरा लगाव था. जब भी कोई जहाज उड़ता, वह उसकी आवाज सुनकर दौड़ती हुई बाहर आ जाती और आसमान की ओर टकटकी लगाए उसे निहारती रहती थी. यह आकर्षण धीरे-धीरे एक जुनून में बदल गया और उसने बचपन में जो सपना देखा था, उसे साकार कर दिखाया.
ऐसे मिली देश सेवा की प्रेरणा
आस्था ने बताया कि पढ़ाई के दौरान जब उन्होंने देखा कि उनके साथ पढ़ने वाले कई छात्र सैन्य सेवाओं में चयनित हो रहे हैं, तो उन्हें भी देश सेवा की प्रेरणा मिली. यूनिवर्सिटी में मिला अनुशासित माहौल, अनुभवी फैकल्टी का मार्गदर्शन और विशेषज्ञों द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के अवसरों ने उन्हें आत्मविश्वास से भर दिया. उन्होंने पूरी निष्ठा से पढ़ाई और ट्रेनिंग की, जिसका परिणाम यह रहा कि आज वह नौसेना की पहली महिला फाइटर पायलट बनने का गौरव हासिल कर रहीं हैं. उनका कहना है कि हमेशा उनके मन में ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना रही, जिसने उन्हें रक्षा क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित किया.
विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात
आस्था की इस सफलता पर वनस्थली विद्यापीठ के निदेशक अंशुमान शास्त्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि उसकी एक और छात्रा ने भारतीय सशस्त्र बलों में अपनी जगह बनाई है. उन्होंने बताया कि आस्था को भारतीय नौसेना में सेकेंड लेफ्टिनेंट के पद पर चुना गया है. वह अब फाइटर पायलट के रूप में अपनी सेवाएं देंगी. शास्त्री के अनुसार, आस्था का आईक्यू लेवल और सोचने का तरीका हमेशा से ही दूसरों से अलग था. क्लासरूम में भी उनकी समझ और विश्लेषण करने की क्षमता बहुत प्रभावशाली थी, जिससे यह आभास होता था कि यह लड़की भविष्य में कुछ बड़ा करेगी. यह भविष्यवाणी अब सच साबित हुई है.
नाम किया रोशन
इससे पहले स्क्वॉड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी ने भारतीय वायुसेना में पहली महिला फाइटर पायलट बनकर इतिहास रचा था. दिलचस्प बात यह है कि अवनी भी वनस्थली विद्यापीठ की ही छात्रा रही हैं. एक समय था जब अमेरिका, ब्राजील जैसे कुछ गिने-चुने देशों में ही महिलाएं फाइटर जेट उड़ाया करती थीं, लेकिन अब भारत की बेटियां भी इस क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रही हैं. अवनी की राह पर चलते हुए अब आस्था पूनिया ने नौसेना में पहला कदम रखते हुए यह दिखा दिया है कि भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही हैं. आस्था की यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार और शिक्षकों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है.