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चाय की दुकान खोलने की सोची तो रिश्तेदारों ने सुनाए ताने...लेकिन पति और सास-ससुर के सहयोग से बन गई ग्रेजुएट चाय वाली

ग्रेजुएट चाय वाली को सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर आइडिया मिला. वह पीएम मोदी को अपना आदर्श मानती है. कचहरी के पास उनकी दुकान है जहां से उनको अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. महबिश ने अपनी दुकान का नाम चाय चस्का विद बन मस्का दिया है.

महबिश महबिश
हाइलाइट्स
  • पति का मिल रहा है भरपूर साथ

  • पीएम मोदी से मिली नई प्रेरणा

अभी तक आपने कई दुकानों की चाय का स्वाद चखा होगा लेकिन आज हम आपको एक अनोखी चाय वाली की कहानी बताने जा रहे हैं. यह कहानी एक ऐसी चायवाली की है जिसने जात बिरादरी समाज की ढकोसले कहावतें बातों को पीछे छोड़ कर चाय की दुनिया में ही अपना बेहतर फ्यूचर खोजने की कोशिश की. जिसे देखने के लिए अब शहर का हर व्यक्ति जानना पढ़ना चाहता है. जात बिरादरी और समाज के तानों को पीछे छोड़कर बरेली के पुराने शहर की रहने वाली महबिश ने कुछ समय पहले चाय की छोटी सी दुकान खोली. 

शुरुआत में तो फैमिली वालों ने जब यह सुना तो माता-पिता और सास ससुर ने इस बात से इनकार किया कि उनकी बेटी चाय की दुकान नहीं खुलेगी क्योंकि वह पढ़ी-लिखी है लेकिन माता-पिता ने बहू और बेटे की इस लग्न शक्ति को देखकर चाय की दुकान खोलने की अनुमति दे दी. मगर जात बिरादरी के बाकी रिश्तेदारों ने कई ताने मारे. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में रहने वाली एक इंटरमीडिएट क्वालीफाई ग्रहणी, महबिस ने चाय चस्का विद वन मस्का नाम से एसएसपी दफ्तर के पास में छोटी सी चाय की दुकान खोली है जोकि उसी दिन में पूरे शहर में फेमस हो चुकी है. दूर-दूर से लोग आकर इनकी चाय की चुस्कियां ले रहे हैं क्योंकि इनकी छोटी सी चाय की दुकान में 1,2 नहीं आधा दर्जन से अधिक फ्लेवर में चाय मौजूद है और स्वाद के साथ लोग इसका आनंद उठा रहे हैं.

पीएम मोदी से मिली नई प्रेरणा
महबिश बताती हैं कि देश के प्रधानमंत्री को देख कर इनको भी एक ख्याल आया कि यह क्षेत्र में एक नई शुरुआत कर सकती हैं. यूट्यूब चैनल देखने के बाद इनके हौसले और बुलंद हो गए. महबिश पीएम मोदी को अपना आदर्श मानती हैं और इन्हीं के बने हुए आदर्श कदमों को अपना सिद्धांत बनाकर अपनी कार्यशैली को जीवन शैली में भी इसी तरह से आगे बढ़ रही है. महबिश को परिवार के लोगों का भी भरपूर सहयोग इनको मिल रहा है. 

सोशल मीडिया से मिला आइडिया
महबिश बताती है कि उन्हें इसका आईडिया सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखकर मिला. कुछ महीने पहले इन्होंने यूट्यूब पर एक ग्रेजुएट चाय वाली की वीडियो देखी थी जिसमें एक ग्रेजुएट लड़की ने कुछ पैसे इन्वेस्ट करके छोटी सी चाय की दुकान खोली और दुकान का नाम ग्रेजुएट चाय वाली रखा और देखते ही देखते में वह पटना में फेमस हो गई. इसी आइडिया को अपनाते हुए उन्होंने भी चाय चस्का विद वन मस्का चाय की दुकान खोली है और अब इनको अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है . 

पति का मिल रहा है भरपूर साथ
महबिश बताती है कि उनको पति वासिद खान का भरपूर साथ मिल रहा है. दुकान पर महबिश के पति उनका पूरा सहयोग करते हैं. सुबह से लेकर शाम तक ऑर्डर से लेकर चाय बनाने तक में वो उनकी मदद करते हैं. उससे पहले इन्होंने एक बिजनेस आइडिया के बारे में अपने पति से चर्चा की. महबिश के पति ने इनकी बात को गहराई से समझा और इस ऑडियो को आगे बढ़ाने की योजना बनाई. धीरे-धीरे कुछ पैसे जमा करके जगह की तलाश की और कचहरी के पास में एक छोटी सी चाय की दुकान खोल ली. 

रिश्तेदार अभी भी करते हैं तंग
वासिद  खान ने बताया कि जैसे ही बाकी रिश्तेदार को पता लगा कि उनकी पत्नी ने चाय की दुकान खोलने की योजना बनाई है और उन्होंने चाय की दुकान खोल ली है तो बाकी रिश्तेदार इनके खिलाफ हो गए. उनके माता-पिता को भी ताने मारे गए और जल्द से जल्द दुकान बंद करने की बात कही गई. रिश्तेदार जात बिरादरी में इज्जत की बात का बहाना बनाकर दुकान ना खोलने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे लेकिन उन्हें घर वालों का पूरा सहयोग मिला. महबिश आगे भी इस बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए प्लानिंग कर रही हैं.

बरेली से भी मिल रहा है अच्छा रिस्पांस
कचहरी पर बनी चाय चस्का विद वन मस्का के नाम से दुकान पर इनको अच्छा रिस्पांस मिल रहा है क्योंकि इस इलाके में एसएसपी डीएम समेत कई सरकारी दफ्तर मौजूद हैं. यहां कई बैंक भी हैं. ऐसे में इलाके में चाय वाले के नाम से यह दुकान इलाके में खूब मशहूर हो चुकी है. सुबह दुकान खुलते ही ऑनलाइन ही चाय के लिए आर्डर आने लगते हैं. कई सरकारी अधिकारी भी इनकी इस मुहिम की सराहना करते हैं और कामयाबी के लिए दुआएं भी देते हैं. 

(बरेली से कृष्ण राज की रिपोर्ट)