
ऑफिस का स्ट्रेस, लगातार ओवरटाइम, और परफॉर्मेंस का प्रेशर... इसके परिणाम कितने खतरनाक हो सकते हैं, इसका अंदाजा हमें तब होता है जब कोई जान चली जाती है. चीन में एक यंग टीचर की मौत ने एक बार फिर इस बहस को हवा दे दी है कि आखिर ऑफिस स्ट्रेस कब जानलेवा बन जाता है.
टीचर की ऑफिस में ही कार्डियक अरेस्ट से मौत
मध्य चीन के वुहान शहर में एक ऑनलाइन एजुकेटिंग कंपनी में काम करने वाले एक टीचर की ऑफिस में ही कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई. युवा टीचर का नाम ली था. ली पिछले पांच साल से इस कंपनी में बच्चों को पढ़ा रहे थे और हाल ही में लंबी छुट्टी पर जाने से पहले कई दिनों ओवर टाइम से गुजरना पड़ा.
ओवरटाइम से था परेशान
22 अप्रैल को ली देर रात तक ऑफिस में काम करते रहे. जब उनकी मंगेतर ने अगली सुबह उन्हें कॉल किया और कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. उसी दिन सुबह सफाई कर्मचारी ने ली को बेहोशी की हालत में पाया, जिसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
ली के परिवार ने बताया कि वह आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे एक साधारण परिवार से थे. उनके पिता की पहले ही मौत हो चुकी है, और उनकी मां ने दोबारा शादी कर ली. ली की 2 मई को शादी तय थी.
400 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी थी
ली जिस कंपनी में काम करते थे, वह 2012 में शुरू की गई थी. इस कंपनी के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 16 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइब हैं. यह कंपनी प्राथमिक और माध्यमिक छात्रों को गणित और अंग्रेजी की ऑनलाइन शिक्षा देती है.
कंपनी ने बयान जारी कर ली की मौत पर शोक व्यक्त किया और परिवार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. बयान में कहा गया कि ली की टीम के लिए उस दिन कोई निर्धारित ओवरटाइम नहीं था क्योंकि कंपनी में छुट्टी थी. हालांकि सोशल मीडिया पर लोग कंपनी को जमकर ट्रोल कर रहे हैं.
एक यूजर ने लिखा, "क्या कंपनी ये कह रही है कि ली ने अपनी मर्जी से ओवरटाइम किया? अगर नौकरी जाने का डर और टारगेट का दबाव न हो, तो कौन अपनी मर्जी से ओवरटाइम करेगा?"
कंपनी के एक्स इम्पलॉईज के अनुसार, वहां एक टीचर पर 400 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी होती है. उन्हें रोजाना कई घंटों तक अभिभावकों की शिकायतों का जवाब देना होता है. साथ ही, ऑफिस में बाथरूम या लंच ब्रेक लेने पर भी रिपोर्ट करनी पड़ती थी.
एक यूजर ने लिखा, "उसे आज अपनी शादी की तैयारियों में व्यस्त होना चाहिए था, न कि ऑफिस में अपनी आखिरी सांस लेनी चाहिए थी."
एक पूर्व कर्मचारी ने बताया कि उन्हें ओवरटाइम से एंग्जायटी हो गई थी और नौकरी छोड़ दी. वहीं, 'झांग' नामक कर्मचारी ने ली की मौत की खबर सुनने के अगले ही दिन इस्तीफा दे दिया.
चीनी लेबर लॉ के अनुसार, किसी कर्मचारी से 8 घंटे प्रतिदिन, 44 घंटे प्रति सप्ताह से अधिक काम नहीं लिया जा सकता, और मासिक ओवरटाइम की सीमा 36 घंटे है लेकिन इसके बावजूद, कई कंपनियों में ‘छिपे हुए ओवरटाइम’ और ‘परफॉर्मेंस प्रेशर’ से कर्मचारियों के जान पर बन आई है.