भारत में सोना हमेशा से भावनाओं और भरोसे का प्रतीक रहा है. यह सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि सुरक्षा और परंपरा का हिस्सा है. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में सोना खरीदने का तरीका बदल गया है. अब सोना केवल गहनों या सिक्कों के रूप में नहीं, बल्कि डिजिटल रूप में भी खरीदा जा सकता है.
डिजिटल सोना छोटे निवेशकों के लिए आसान विकल्प
आज Paytm, PhonePe, Groww जैसी प्लेटफॉर्म्स पर आप सिर्फ ₹10 से भी डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं. यह सोना 24 कैरेट शुद्ध सोना होता है, जिसे MMTC-PAMP या SafeGold जैसे विश्वसनीय कस्टोडियन द्वारा सुरक्षित वॉल्ट में रखा जाता है.
डिजिटल गोल्ड में आप न तो स्टोरेज की चिंता करते हैं, न मेकिंग चार्ज की. आप इसे किसी भी समय बेच सकते हैं या चाहें तो फिजिकल डिलीवरी (गोल्ड कॉइन या बार) के रूप में अपने पास मंगवा सकते हैं.
पारंपरिक निवेश, गहनों और सिक्कों का महत्व
भारत में आज भी अधिकतर लोग फिजिकल गोल्ड, यानी गहनों या सिक्कों के रूप में निवेश करना पसंद करते हैं. इसका कारण साफ है यह स्पर्शनीय और भावनात्मक होता है. इसे पहना जा सकता है, उपहार में दिया जा सकता है और ज़रूरत पड़ने पर बेचा भी जा सकता है.
हालांकि, इसके कुछ नुकसान भी हैं, जैसे मेकिंग चार्ज 5% से 10% तक लगते हैं. शुद्धता (purity) पर संदेह रहता है. सेफ स्टोरेज की व्यवस्था करनी पड़ती है और सबसे बड़ी बात कि बेचते समय वजन या डिजाइन कटौती के कारण आपको पूरा मूल्य नहीं मिलता.
डिजिटल गोल्ड के फायदे और सीमाएं
डिजिटल गोल्ड में सबसे बड़ा फायदा है तुरंत लिक्विडिटी. आप कुछ ही मिनटों में ऑनलाइन बेच सकते हैं, जबकि फिजिकल गोल्ड को बेचने के लिए ज्वैलर या खरीदार ढूंढना पड़ता है. लेकिन इसके कुछ सीमित पहलू भी हैं जैसे कि अधिकांश प्लेटफॉर्म्स पर आप ₹2 लाख से अधिक का डिजिटल गोल्ड नहीं रख सकते. यह निवेश RBI या SEBI द्वारा सीधे रेगुलेटेड नहीं है. इसलिए, यदि आप छोटे या मीडियम इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है, लेकिन लॉन्ग-टर्म और बड़े निवेशों के लिए सावधानी ज़रूरी है.
किसे चुनें डिजिटल या फिजिकल गोल्ड?
अगर आप सुविधा, आसान ट्रैकिंग और छोटे निवेश की सोच रहे हैं, तो डिजिटल गोल्ड आपके लिए उपयुक्त है. अगर आप गोल्ड पहनने, उपहार देने या परंपरागत मूल्य को महत्व देते हैं, तो फिजिकल गोल्ड बेहतर रहेगा. कई समझदार निवेशक आज दोनों का मिश्रण अपनाते हैं. डिजिटल गोल्ड से धीरे-धीरे निवेश जमा करते हैं और फिजिकल गोल्ड से भावनात्मक जुड़ाव बनाए रखते हैं.