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Abir India First Take 2025: उभरते हुए कलाकार दिखा सकेंगे अपना हुनर... अबीर इंडिया कर रहा फर्स्ट टेक 2025 का आयोजन, जानिए कैसे कर सकते हैं आवेदन

अपनी शुरुआत से लेकर अब तक फर्स्ट टेक को 10,000 से ज़्यादा एंट्रीज़ मिल चुकी हैं. अगर आप भी एक उभरते हुए आर्टिस्ट हैं तो इस मंच के ज़रिए सपनों की उड़ान भर सकते हैं.

Representational Image: Freepik Representational Image: Freepik

चैरिटेबल ट्रस्ट अबीर इंडिया (Abir India) ने उभरते हुए कलाकारों के लिए होने वाले सालाना आयोजन 'फर्स्ट टेक 2025' (First Take 2025) की घोषणा कर दी है. फर्स्ट टेक एक राष्ट्रीय मंच है जहां उभरते हुए कलाकारों को ढूंढा जाता है और उनके हुनर की परवरिश की जाती है. फर्स्ट टेक के लिए आर्टिस्ट अपने सब्मिशन 23 मई 2025 से देना शुरू कर सकते हैं. सबमिशन विंडो एक जुलाई 2025 तक खुली रहेगी.

अपनी शुरुआत से लेकर अब तक फर्स्ट टेक को 10,000 से ज़्यादा एंट्रीज़ मिल चुकी हैं. इस मंच पर 900 से ज़्यादा कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है. इससे यह भारत की सबसे समावेशी और प्रभावशाली कला पहलों में से एक बन गई है. इस मंच ने अब तक 84 युवा कलाकारों को सम्मानित किया है. इनमें से कई ने राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति भी प्राप्त की है.

कैसे काम करता है अबीर इंडिया?
अबीर गुलाल की स्थापना कलाकार और मेंटर रूबी जागृत ने की थी. यह एनजीओ फिजिकल और डिजिटल दोनों तरह की प्रदर्शनियों के माध्यम से उभरते हुए कलाकारों को कलेक्टर्स और क्यूरेटर्स से जोड़ने का काम करता है. जागृत कहते हैं, "अबीर की स्थापना होनहार कला का जश्न मनाने और भारत की उभरती आवाज़ों को सुर्खियों में लाने के लिए की गई थी. हम उन सभी कलाकारों का स्वागत करते हैं जो अपने काम में विश्वास करते हैं और इस बढ़ते मूवमेंट का हिस्सा बनना चाहते हैं."  

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एप्लाई करने से पहले जान लें ये बातें
कौन आवेदन कर सकता है: 25-40 वर्ष की आयु के भारतीय कलाकार आवेदन कर सकते हैं. 25-35 वर्ष की आयु के कलाकार पुरस्कार के लिए पात्र हैं.
स्वीकार्य आर्ट: एक जनवरी, 2024 के बाद बनाई गई मूल पेंटिंग, प्रिंट, सिरेमिक आर्ट और मूर्तियां.
एंट्री फी: फर्स्ट कॉल में हिस्सा लेने के लिए कोई एंट्री फीस नहीं है. ओपन कॉल में प्रवेश पूरी तरह से निःशुल्क है.
प्रस्तुति प्रारूप: कलाकारों को www.abirindia.org के माध्यम से दो कलाकृतियां ऑनलाइन प्रस्तुत करनी होंगी.

प्रस्तुतियों के आकार की भी सीमाएं हैं. एक पेंटिंग 24x24 इंच से बड़ी नहीं होनी चाहिए. मूर्तियां अधिकतम 24x6 इंच से बड़ी और 10 किलोग्राम से भारी नहीं होनी चाहिए. पुरस्कार के लिए 10 कलाकारों का चयन किया जाएगा. प्रत्येक को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा. इसके अलावा चुनिंदा एंट्रीज़ को एक साल के लिए फिजिकल रूप से अबीर स्पेस पर प्रदर्शित किया जाएगा. 

"भविष्य को आकार देना है लक्ष्य"
ऑनलाइन प्रस्तुतियां करने की अंतिम तिथि एक जुलाई, 2025 है. चयनित कलाकृतियों की डिलीवरी की अंतिम तिथि 15 अगस्त, 2025 है. बी सफल (bSafal) के चेयरमैन और अबीर इंडिया के प्रमुख पेट्रन राजेश ब्रह्मभट्ट कहते हैं, "हमारा मिशन भारतीय कला इकोसिस्टम में नई आवाज़ों को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना है कि भूगोल और पृष्ठभूमि कभी भी प्रतिभा के लिए बाधा न बनें. हमें भारतीय कला के भविष्य को आकार देने में अबीर का समर्थन करने पर गर्व है."

शॉर्टलिस्ट किए गए कलाकारों को प्रदर्शनी के उद्घाटन से कम से कम तीन सप्ताह पहले सूचित किया जाएगा. शो में वरिष्ठ कलाकारों, क्यूरेटर, आलोचकों और कलेक्टरों के साथ संवाद, डेमो और चर्चाएं भी होंगी जो फर्स्ट टेक को रचनात्मकता और समुदाय के जीवंत केंद्र में बदल देंगी.