
शॉपिंग बिलों के बढ़ते बोझ और महंगी हो रही लाइफस्टाइल के कारण फ्लोरिडा की एक महिला ने जरूरी सामान खरीदने के लिए वैकल्पिक तरीका निकाला है. कम पैसों में बेहतर लाइफस्टाइल के लिए ये महिला स्टोर न जाकर "डंपस्टर डाइविंग" करती है.
फ्लोरिडा में रहने वाली महिला मेलानी डियाज का कहना है कि उसने स्टोर की जगह गारबेज बिन से सामान लाकर 2 साल में अपने 44 लाख रुपये बिचा लिए हैं. बकौल महिला वह कपड़ों से लेकर घर की सजावट, खाने तक के सामान को दिन में 4 से 5 घंटे तक डस्टबिन में खोजती है.
डस्टबिन पिकिंग के वीडियोज देखकर आया आइडिया
मेलानी डियाज का कहना है कि सोशल मीडिया पर डस्टबिन पिकिंग के वीडियोज देखकर उसे ये आइडिया आया और उन्होंने इसे खुद आजमाने का फैसला किया. महिला ने पहली बार जब "डंपस्टर डाइविंग" की तो उसे किताबों, खिलौनों और दूसरी दोबारा इस्तेमाल की जाने वाली चीजों से भरा एक डस्टबिन मिला. तब से अब तक महिला ने कपड़ों से लेकर घर की सजावट और पालतू जानवरों के खाने तक, सब कुछ कूड़ेदान के जरिए ही तलाशा है.
रोजमर्रा की जरूरतों पर नहीं करती खर्च
डियाज का दावा है कि अब उसे कपड़ों और रोजमर्रा की जरूरतों पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है. महिला को अब फुल टाइम जॉब करने की जरूरत भी नहीं पड़ती. डियाज का कहना है कि "जब से मैंने डंपस्टर डाइविंग शुरू की है, मैंने बहुत सारा पैसा बचाया है. मैंने पैसे का इस्तेमाल दुनिया भर में घूमने में किया है.
डंपस्टर डाइविंग से मिले पैसों से घूमती है दुनिया
डियाज कहती हैं, "मैं जो सामान पाती हूं उसे बेचती नहीं हूं, जो सामान मैं नहीं रखना चाहती हूं उसे दान कर देती हूं. मैं मूल रूप से कोलंबिया से हूं, इसलिए मैं सामान वापस घर भेजती हूं जहां लोग उनका इस्तेमाल करते हैं. मुझे डंपस्टर डाइविंग बहुत पसंद है, क्योंकि इसमें आप कभी नहीं जानते हैं कि आपको क्या मिलने वाला है.''
डियाज पहली "डंपस्टर" पिकर नहीं हैं. हाल ही में टेक्सास की एक और महिला ने दावा किया था कि उसने डंपस्टर डाइविंग के बाद मिली चीजों को फिर से बेचकर हर साल 66 लाख कमाए हैं.