
बरसात का मौसम जारी है. यदि आप इस मौसम में अपने घर और गार्डन को प्राकृतिक खूबसूरती से सजाना चाहते हैं तो आप गुलदरी का पौधा, जिसे लक्ष्मण बूटी भी कहा जाता है लगा सकते हैं. यह पौधा देखने में काफी आकर्षक होता है. गुलदरी को घर, मंदिर आदि की सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है. गुलदरी के पौधे को बरसात के मौसम में ही लगाया जाता है. इसको लगाना बेहद ही आसान है, हम आपको बता रहे हैं कैसे?
इतने रंग के खिलते हैं फूल
गुलदरी के पौधे पर एक साथ अलग-अलग रंग के फूल खिलते हैं. इस पौधे में लाल, गुलाबी, सफेद, पीले तो कभी नारंगी रंग के फूल खिलते हैं. यह पौधा बेल की तरह फैलता है. इसे आप अपने घर के दरवाजों, बालकनी या गार्डन में लगा सकते हैं. आप इसे लटकने वाले गमले में भी लगा सकते हैं. बरसाद के दिनों में गुलदरी का पौधा बहुत ही तेजी से विकास करता है.
धूप पड़ने पर पूरी तरह खिलते हैं फूल
गुलदरी के पौधे की एक खास विशेषता है, इसके फूल धूप पड़ने पर पूरी तरह खिलते हैं और शाम होने पर हल्के से बंद हो जाते हैं. इस पौधे को ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए जहां इसे पर्याप्त धूप मिले. गुलदरी के पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती है. बरसात के मौसम में तो यह अपने आप खिला रहता है. गुलदरी के पौधे की मिट्टी में बस थोड़ी सी नमी होनी चाहिए.
गुलदरी के पौधे को ऐसे लगाएं
1. गुलदरी का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले एक गमले लें और उसमें नीचे छेद करें ताकि पानी आसानी से निकल सके.
2. फिर भुरभुरी मिट्टी, गोबर की खाद और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का मिश्रण तैयार करें.
3. इसके बाद आप नर्सरी से लाए गए पौधे को गमले में लगाएं. आप बीज या कलम का उपयोग भी कर सकते हैं.
4. गुलदरी के पौधे को गमले में लगाने के बाद पौधे में पानी दें.
5. गमले को ऐसी जगह रखें जहां उसे पर्याप्त धूप मिले.
6. आप चाहते हैं कि पौधा ज्यादा समय तक खिले तो समय-समय पर सूखे फूल और पत्तियां हटा दें. इससे नए फूल आने की गति बढ़ जाती है.
7. गुलदरी का पौधा धूप में पनपता है, लेकिन इसे तीखी धूप से बचाना चाहिए.
8. पौधे को ज्यादा पानी न दें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं.
9. आप चाहें तो पौधे को फर्टिलाइजर भी दे सकते हैं, लेकिन ज्यादा फर्टिलाइजर न डालें.