भारी रजाई और कंबल कैसे धोएं
भारी रजाई और कंबल कैसे धोएं
Blankets Washing Tips: सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा जरूरत पड़ने वाला सामान है रजाई और कंबल. हालांकि, सर्दी में लगातार इस्तेमाल के बाद गंदे हुए कंबलों को साफ (Blanket Washing) करना सबसे बड़ी समस्या होती है. बड़े-बड़े कंबल और रजाई हाथों से धोने में न केवल मुश्किल होते हैं, बल्कि पूरे शरीर की थकान भी बढ़ा देते हैं. ऐसे में लोग इसे लॉन्ड्री या ड्राई क्लीनिंग के लिए भेज देते हैं, जिसमें पैसा और समय दोनों लग जाते हैं. तो चलिए आज आपकी इस समस्या को दूर करते हैं और आपको बताते हैं ऐसे तरीके जिससे आप आसानी से रजाई कंबल को बिना मेहनत के साफ (how to clean quilt at home) कर सकते हैं और इसे खुशबूदार और नया जैसा बना सकते हैं.
सबसे पहले कंबल और रजाइयों को एक-दो दिन धूप में रखें. इससे बदबू और नमी हट जाएगी. फिर, धूल हटाने के लिए उन्हें किसी छड़ी से हल्के से थपथपाएं.
इस खास मिश्रण से करें तैयार
रजाई और कंबल को जल्दी साफ करने के लिए एक खास मिश्रण की जरूरत होगी. जिसे बनाने के लिए एक बड़े बर्तन में एक पाउच शैंपू, एक चम्मच बेकिंग सोडा और एक चम्मच लिक्विड डिटर्जेंट डालें और इसमें आधा गिलास पानी मिलाकर अच्छे से घोल लें. अब एक कड़ाही में आधा पानी डालें मिश्रण और दो चम्मच विनेगर मिलाएं. विनेगर रजाई की चमक लौटाने और बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है. एक-दो उबाल आने के बाद गैस बंद कर दें.
गरम पानी से धुलें कंबल
एक बड़े टब में गर्म पानी लें और कड़ाही वाला मिश्रण उसमें डालें. और कंबल धोने वाली मथनी से कंबल धोएं. कंबल को मिश्रण में 15–20 मिनट भिगोए रखें.
साफ पानी
अब गंदा पानी निकाल दें और टब में साफ पानी भरकर कंबल को धोएं. यह प्रक्रिया 2–3 बार दोहराएं जब तक पानी पूरी तरह साफ न दिखे.
ऐसे सुखाएं कंबल
भारी कंबल को सीधे तार पर फैलाना मुश्किल होता है. इसलिए इसे 15 मिनट के लिए कुर्सी पर फैलाकर पानी नीचे गिरने दें. फिर वॉशिंग मशीन के ड्रायर में डालें. कंबल हल्का सूख जाने के बाद धूप में फैला दें. इससे कंबल जल्दी सूखेंगे और नमी की गंध भी नहीं आएगी.
इन बातों का रखें ख्याल
कम्बल को कभी भी बहुत गर्म पानी में न धोएं.
सूखे डिटर्जेंट या कठोर डिटर्जेंट का उपयोग न करें.
बेकिंग सोडा केवल जिद्दी दाग और गंध के लिए है, इसे ज्यादा न डालें.
धूप में सुखाते समय कंबल को पूरी तरह फैला दें ताकि सारा पानी और नमी निकल जाए.
नियमित रूप से धूप में रहने और छाया में रहने से कम्बल का जीवनकाल बढ़ जाता है.
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