अपराजिता
अपराजिता सर्दियों के मौसम में कई पौधे ‘सो’ जाते हैं यानी उनकी ग्रोथ रुक जाती है और वे सुस्त पड़ जाते हैं. इन्हीं में से एक है अपराजिता का पौधा (Clitoria ternatea). वैसे तो यह पौधा सालभर नीले या सफेद रंग के फूलों से सजा रहता है, लेकिन ठंड के मौसम में इसके पत्ते पीले पड़ने लगते हैं और फूल आना बंद हो जाते हैं. हालांकि, अगर इसकी देखभाल सही तरीके से की जाए, तो यह सर्दियों में भी लगातार खिलता रह सकता है.
अगर आप चाहते हैं कि आपका अपराजिता पौधा लगातार खिले और गमला हरा-भरा बना रहे, तो बस इन आसान टिप्स को अपनाएं.
पौधा ऐसी जगह रखें जहां धूप आती हो
सर्दियों में सबसे अहम चीज है धूप. अपराजिता को रोजाना कम से कम 6 से 7 घंटे सीधी धूप चाहिए होती है. अगर पौधा बालकनी या आंगन में है तो उसे ऐसी जगह रखें जहां दिनभर पर्याप्त रोशनी मिले. अगर ठंड ज्यादा पड़ती है तो रात में पौधे को किसी सुरक्षित कोने या खिड़की के पास रख दें ताकि पाला न लगे.
सर्दियों में कर दें प्रूनिंग
फूल झड़ने के बाद पौधे की हल्की छंटाई बहुत जरूरी है. सूखी टहनियां, पुराने फूल और पीली पत्तियां काटते रहें. इससे पौधा अपनी ऊर्जा नई कलियों और फूलों के विकास में लगाएगा. छंटाई के बाद वर्मी कंपोस्ट या जैविक खाद डालना बहुत फायदेमंद होता है. इससे मिट्टी में नई जान आती है.
घर पर बनी खाद दें
सर्दियों में मिट्टी ठंडी होने के कारण पौधे की ग्रोथ धीमी पड़ जाती है, इसलिए इसे नियमित पोषण देना ज़रूरी है. हर 15 दिन में छाछ का घोल (1 गिलास छाछ + 1 लीटर पानी), केले के छिलकों का घोल (3-4 दिन भिगोकर मिट्टी में डालें), गोबर की खाद या कम्पोस्ट (महीने में एक बार) जरूर दें. इन खादों से पौधे को पोटैशियम, फॉस्फोरस और नाइट्रोजन मिलता है जो फूल आने में मदद करते हैं.
पानी का सही तरीका अपनाएं
सर्दियों में पौधे को रोजाना पानी की जरूरत नहीं होती. मिट्टी को हल्का नम रखें, लेकिन पानी जमा न होने दें. ठंड में हर 2-3 दिन में एक बार हल्का पानी देना पर्याप्त है. ज़्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं और फूल आना बंद हो जाता है.
अंडे के छिलके और राख मिलाकर डालें
अंडे के सूखे छिलके पीसकर मिट्टी में मिलाने से पौधे को कैल्शियम और फॉस्फोरस मिलता है, जो नई कलियों को मजबूत बनाता है. इसके अलावा लकड़ी की राख (Ash) मिट्टी में डालने से फूलों की संख्या बढ़ती है.
चाय पत्ती या ग्रीन टी का पानी डालें
उबली हुई और धुली चाय पत्ती सूखने के बाद मिट्टी में मिलाएं या ग्रीन टी का हल्का पानी डालें. इसमें पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो पौधे की जड़ों को सक्रिय रखते हैं और फूलों की संख्या बढ़ाते हैं. अपराजिता एक बेल है, जो फैलने पर ज्यादा शाखाएं और कलियां देती हैं. इसलिए इसे किसी जाली, रस्सी या दीवार के सहारे चढ़ाएं. फैलती बेल में ज्यादा फूल आते हैं.