
घर में मिर्च कैसे लगाएं
घर में मिर्च कैसे लगाएं खाने में जायका लगाने वाली हरी मिर्च लगभग हर एक घर में रोजाना इस्तेमाल की जाती है. हरी मिर्च खाने को चटपटा बनाती है ये तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि बड़े से बड़े हेल्थ एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स भी मानते हैं कि ये हमारे सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर हरी मिर्च के फायदे और घर में उगाने के तरीकों के बारे में.
क्या आप जानते हैं 100 ग्राम हरी मिर्च का पोषण वैल्यू
हरी मिर्च विटामिन सी का एक बेहतरीन स्रोत है. हरी मिर्च में विटामिन ए, विटामिन बी, नियासिन, पाइरिडोक्सिन, राइबोफ्लेविन, थायमिन, फ्लेवोनोइड, बीटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन, ल्यूटिन, ज़ेक्सैंथिन और क्रिप्टोक्सैंथिन जैसे कई एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है. वहीं इसमें पोटेशियम, मैंगनीज, आयरन और मैग्नीशियम जैसे खनिज भी होते हैं जो इसके पोषण मूल्य को बढ़ाते हैं. यही कारण है कि बड़े से बड़े हेल्थ एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स मिर्च खाने की सलाह देते हैं.
गमले में हरी मिर्च का पैधा लगाने का तरीका भी जान लें...
एक ऐसा गमला या ट्रे लें जिसके नीचे से पानी निकलने की जगह हो.
अब गमले में मिट्टी और गोबर मिक्स कर के डालें.
गमले में मिट्टी डालकर मिर्च के बीज छिड़क देंगे और ऊपर से हल्की मिट्टी की परत डालकर ढक देंगे.
10 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान पर मिर्ची के बीज जर्मिनेट होने दें.
अब पानी देकर सूरज की रोशनी में इस गमले को रख दें. जिसके बाद 15 दिन के बाद इसमें छोटे-छोटे पौधे निकल आएंगे.
अगले 30 दिन के बाद ये पौधे और भी अधिक बढ़ जाएंगे. पौधों में प्रतिदिन पानी डालते रहें. ध्यान रहे कि हल्का पानी ही डालें.
पौधे उगने के बाद इन पौधों के अलग-अलग गमले में लगाएं. इन गमलों की मिट्टी को वर्मी कंपोस्ट के साथ मिक्स करें.
पौधे लगाने के बाद इनमें रोजाना पानी डालें.
एक महीने के बाद आप देखेंगे कि इन पौधों में मिर्च के फूल आने लगे हैं, और अगले हफ्ते ये फूल हरी मिर्च में बदल जाएंगे.
अब इन मिर्च को हल्के हाथों से पौधों से तोड़ लें और इसका लुत्फ मनपसंद तरीके से उठाएं.

हरी मिर्च खाने के फायदें
गठिया के दर्द को करता है कम: हरी मिर्च में कैप्साइसिन होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लामेंट्री गुण होते हैं. कैप्साइसिन दिमाग को भेजे जाने वाले दर्द के संकेतों को रोकता है और सूजन को कम करता है. यही कारण है कि हरी मिर्च गठिया के दर्द का इलाज माना जाता है.
डायबिटीज न्यूरोपैथी: हरी मिर्च में मौजूद कैप्सैसिन नर्व रिसेप्टर्स डायबिटीज न्यूरोपैथी के कारण होने वाले दर्द से राहत दिलाती है.
हार्ट हेल्थ: हार्ट हमारे शरीर को सबसे अहम अंश है. हार्ट को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी खान-पान बेहद जरूरी है. हरी मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हार्ट में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को जोखिम को कम करते हैं. जिससे हमें हार्ट संबंधी दिक्कतों से निजात मिलता है.
वजन घटाने में मददगार: हरी मिर्च मेटाबोलिज्म को बढ़ाने और फैट बर्न करने में मदद कर होती है. हरी मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भरपूर मात्रा में होने के अलावा इसमें कैलोरी नहीं होती, जो वजन को कम करने में मदद कर सकती है.
पाचन में मददगार: हरी मिर्च एंटी-ऑक्सीडेंट का एक अच्छा सोर्स है. इसमें डाइट्री फाइबर्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो पाचन के लिए लाभदायक हो सकते हैं.
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