scorecardresearch

Madhya Pradesh: श्योपुर में युवकों ने थाने में बनाई रील, हवालात से बाहर निकलते हुए दिखाया स्टाइल... वीडियो जमकर वायरल

एक वीडियो में देखा जा सकता है कि काम करने वाला युवक हवालात से अपना अंदाज़ दिखाते हुए बाहर निकलता है. फिर दूसरा युवक भी उसके साथ हरकतें करता हुआ नज़र आता है.

Video Screengrab Video Screengrab

यह बात अब भी बहस का विषय है कि सोशल मीडिया ने लोगों को ज्यादा बेवकूफ बनाया है, या सिर्फ बेवकूफों को अपनी बेवकूफी ज़ाहिर करने के लिए एक मंच दिया है. बहरहाल, यह तो हर दिन साबित हो ही रहा है कि लोग सोशल मीडिया पर लाइक्स की ललक में सही और गलत के बीच का फर्क भूलते जा रहे हैं. मध्यप्रदेश के श्योपुर से सामने आए रीलबाज़ों का एक मामला भी इसी बात की गवाही देता है. 

श्योपुर में शहर के स्टेडियम में ब्लास्ट करने का एडिट वीडियो वायरल होने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि मंगलवार को एक रील और वीडियो वायरल हो गया. इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो युवक पुलिस थाने में गाना बजाकर रील बना रहे हैं. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

क्या है वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो श्योपुर जिले के ओछापुरा पुलिस थाने है. यहां इस वक्त थाने में टाइल्स लगाने का काम चल रहा है. इसी दौरान काम करने आए युवकों पर रील बाजी का भूत सवार हुआ और उन्होंने काम छोड़कर रील बना डाली. यह रील और वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया साइट फेसबूक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दी और देखते ही देखते यह वायरल हो गई. 
 

सम्बंधित ख़बरें

एक वीडियो में देखा जा सकता है कि काम करने वाला युवक हवालात से अपना अंदाज़ दिखाते हुए बाहर निकलता है. फिर दूसरा युवक भी उसके साथ हरकतें करता हुआ नज़र आता है. वीडियो वायरल होने के बाद ओछापुरा थाना पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने थाने में रील बनाकर वायरल करने वाले युवकों रवि जाटव और हाकिम जाटव निवासी ग्राम ओछापुरा के खिलाफ धारा 170,126 और 135 बीएनएस के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

पुलिस ने क्या कहा?
श्योपुर एसपी वीरेंद्र जैन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि ओछापुरा थाने में मरम्मत का काम एमपी हाउसिंग बोर्ड के अधीन चल रहा है. टाइल्स लगाए जा रहे थे. दो मजदूर युवकों ने टाइल्स लगाते-लगाते रील बनाई है जिसमें थाना इंगित हो रहा है. दोनों युवकों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई है. एसडीओपी को मामले की जांच दी गई है यदि थाना प्रभारी या अन्य स्टाफ की गलती पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.