
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पुलिस ने पंचनामा भरकर एक शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. लेकिन कुछ घंटों बाद एक युवक थाने पहुंच गया और बोला कि साहब! मैं जिंदा हूं, मेरा पोस्टमार्टम रुकवाइए. पुलिस ये सुनकर दंग रह गई और फौरन पोस्टमार्टम रुकवाया गया. युवक के जिंदा होने से उसके परिवार में खुशी का माहौल है. लेकिन पुलिस के सामने उस शव की शिनाख्त की चुनौती बनी हुई है.
बहन ने की पहचान, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा-
ये वाक्या कानपुर देहात के घाटमपुर थाना इलाके का है, जहां पुलिस को लावारिश बाॉडी मिली. पुलिस को ये शव ओवर ब्रिज के नीचे मिला था. पुलिस ने उस शव का फोटो वायरल किया और इसके बारे में जानकारी मिलने पर थाने को सूचित करने की बात कही. इसके बाद घाटमपुर के रहने वाली सुमन मौके पर पहुंची और बॉडी को देखकर रोने लगी. सुमन ने बताया कि ये बॉडी मेरे भाई की है. उसका नाम अजय शंखवार है. अजय ईदुरुख का रहने वाला है. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. सुमन अपने पिता, पति और परिवार के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गई. शव का पोस्टमार्टम में अभी टाइम था तो परिवार इंतजार करने लगा.
मैं जिंदा हूं साहब-
कुछ समय बाद घाटमपुर थाने में एक युवक पहुंचा और थानेदार धनंजय पांडे से बोला कि मैं तो जिंदा हूं, पुलिस ने मेरे मरने की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल की है. मेरा पोस्टमार्टम रुकवाइए. ये देखकर थानेदार धनंजय पांडे भी हैरान रह गए. थानेदार साहब दूसरे पुलिसवालों से बोले कि अऱे ये तो जिंदा है. थानेदार ने बताया कि तुम्हारी बहन ने शव की शिनाख्त अजय के रूप में की थी, जिसको पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में पोस्टमार्टम रुकवाया और शव को मर्चरी में रखवाया गया.
उधर, भाई के जिंदा होने की खबर सुनकर बहन अपने पति के साथ पोस्टमार्टम हाउस से सीधे घाटमपुर थाने पहुंची और भाई से लिपटकर रोने लगी. अजय को लौटने से पूरा परिवार खुश है.
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