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बहुत खास है यह टी- स्टॉल, लोग लकी मानते हैं यहां चाय पीना, कब्रों के साथ बैठकर लेते हैं चाय और मस्का बन का मजा

Lucky Tea Stall: अहमदाबाद के लकी टी स्टॉल में जो पहली बार जाता है वह चौंक जाता है. हो सकता है कोई पहली बार देखकर बिना चाय पिए ही वापस आ जाएं.

Lucky Tea Stall built on a graveyard, in Ahmedabad. (Photo: PTI) Lucky Tea Stall built on a graveyard, in Ahmedabad. (Photo: PTI)

अगर कभी अहमदाबाद जाएं तो शहर के पुराने इलाके में लकी टी स्टॉल से चाय और मस्का बन खाना तो बनता है. हालांकि, यहां पर वही लोग जाएं जिनका दिल बहुत मजबुत है. जो लोग हॉरर फिल्में मजे से देखते हैं और मजाक में ही सही लेकिन भूत-प्रेत से मिलना चाहते हैं. 

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यह चाय की दुकान कब्रिस्तान में बनी है. जी हां, यहां आप जिस टेबल पर बैठकर चाय पिएं हो सकता है उसकी बगल में किसी की कब्र हो. आपको यह देखकर भले ही अजीब लगे लेकिन रोज आने वाले ग्राहक इन्हीं कब्रों के बीच आराम से बैठकर चाय पीते हैं और यहां का मशहूर मस्का बन खाते हैं. 

लगभग 500 साल पुराने कब्रिस्तान में है दुकान 
लकी टी स्टॉल जिस जगह पर है वह एक कब्रिस्तान है और यहां 26 कब्रें मौजूद हैं. ये कम से कम 400-500 साल पुरानी होंगी. और यह टी स्टाल 60 साल से ज्यादा पुराना है. मूल रूप से यह दुकान इस कब्रिस्तान के बगल में एक नीम के पेड़ के नीचे ठेले के रूप में शुरू हुई थी. 

धीरे-धीरे कारोबार बढ़ता गया और साथ ही कब्रों और पेड़ के इर्द-गिर्द दुकान भी बढ़ने लगी. आज भी, कब्रों की देखभाल टी स्टॉल के मालिक और कर्मचारी अच्छी तरह से करते हैं. वे यहां पर हर दिन अगरबत्ती जलाते हैं, कब्रों को फूलों से सजाते हैं. उनका मानना है कि ये कब्रें उनके लिए लकी हैं. 

टी-स्टॉल में लगी है एमएफ हुसैन की पेंटिंग
कब्रों के अलावा लोग यहां एमएफ हुसैन की पेंटिंग देखने भी आते हैं. जी हां, सुनकर आपको हैरानी होगी लेकिन दुनिया के मशहूर पेंटर एमएफ हुसैन की पेंटिंग इस दुकान में लगी है.

लकी टी स्टॉल शायद दुनिया की इकलौती ऐसी चाय की दुकान है जहां एमएफ हुसैन की पेंटिंग लगी है. बताया जाता है कि यह पेंटिंग हुसैन ने दुकान के असली मालिक के.एच. मोहम्मदभाई को गिफ्ट की थी. मोहम्मदभाई का कुछ साल पहले निधन हो गया, लेकिन उनके सहयोगियों ने इसे कभी नहीं बेचने का वादा किया था. 

यहां बहुत से लोग कब्रों पर चादर चढ़ाने भी आते हैं और अपनी मन्नत मांगते हैं. क्योंकि लोगों का विश्वास है कि यहां सबकी मन्नत पूरी होती हैं.