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Plant Gulmohar at Home: गार्डन ही नहीं, घर में भी लगा सकते हैं लाल-लाल गुलमोहर... जानिए स्टेप-बाय-स्टेप तरीका

अगर सड़कों और बागों में बिखरे हुए गुलमोहर के लाल फूल आपको भाते हैं तो इसे आप इसे अपने घर में भी लगा सकते हैं. आइए जानते हैं इसका तरीका.

Representational Image: Freepik Representational Image: Freepik

गुलमोहर का पौधा (डेलोनिक्स रेजिया) अपने चटकीले नारंगी-लाल फूलों और छायादार पत्तियों के लिए पसंद किया जाता है. गुलमोहर के फूल आपने अकसर पेड़ों पर देखे होंगे. लेकिन इस पौधे को अपने होम गार्डन में उगाना भी आसान है. इसके लिए आपको जलवायु, मिट्टी और उसकी देखभाल का ध्यान रखना होगा. आइए जानते हैं आप अपने घर पर गुलमोहर कैसे उगा सकते हैं.

सही गुलमोहर का चयन करें
होम गार्डन के लिए बौनी गुलमोहर प्रजाति (Delonix regia var. flavida या दूसरे हाइब्रिड) चुनें. इनकी हाइट 6-10 फीट तक ही बढ़ती है. इसे गमले में या छोटी क्यारी में आसानी से उगाया जा सकता है. नर्सरी से 1-2 फीट का स्वस्थ पौधा खरीदें, जिसकी जड़ें मजबूत और पत्तियां हरी हों. अगर बीज से उगाना चाहते हैं तो बौने गुलमोहर के बीज लें. बीजों को 24 घंटे गुनगुने पानी में भिगोएं या हल्के गर्म पानी (50°C) में 10 मिनट भिगोकर ठंडे पानी में डालें. इससे अंकुरण तेज होगा.

कैसी जगह और गमला है सही?
इस पौधे के लिए 12-18 इंच चौड़ा और 15 इंच गहरा गमला सही है. इसमें जल निकासी के लिए छेद होने चाहिए. गमले को ऐसी जगह रखें जहां 6-8 घंटे धूप आए, जैसे आंगन, बालकनी या खुली छत. गुलमोहर को गर्म क्लाइमेट पसंद है. इसलिए भारत के अधिकांश हिस्सों में यह आसानी से उगता है. अगर जमीन में लगाना हो, तो 2x2 फीट का गड्ढा खोदें और इसे घर की नींव या पाइपलाइन से 5-6 फीट दूर रखें, क्योंकि जड़ें थोड़ी फैल सकती हैं. हवादार जगह चुनें, लेकिन तेज हवाओं से बचाएं.

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मिट्टी की तैयारी 
गुलमोहर के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी बेस्ट है. गमले में मिट्टी, जैविक खाद (गोबर या कम्पोस्ट) और रेत को 2:1:1 के अनुपात में मिलाएं. मिट्टी का पीएच 6.5-7.5 होना चाहिए. अगर मिट्टी भारी है, तो जलभराव रोकने के लिए कोकोपीट या परलाइट मिलाएं. गमले के तल में कंकड़ या टूटी ईंटें डालें ताकि पानी निकल सके. जमीन में रोपण के लिए गड्ढे में खाद और रेत मिलाकर मिट्टी को ढीला करें. इससे जड़ों को फैलने और पोषक तत्व लेने में मदद मिलेगी.

ऐसे लगाएं पौधा 
- गमले में मिट्टी का मिश्रण भरें. पौधे को बीच में रखें, जड़ें फैलाएं और मिट्टी से ढक दें. जड़ का कॉलर मिट्टी की सतह पर हो. मिट्टी को हल्के से दबाएं और पानी डालें.
- अगर बीज से पौधा लगा रहे हैं तो बीज बोने के लिए एक इंच गहराई पर 2-3 बीज डालें. अंकुरण (7-14 दिन) के बाद कमजोर अंकुर हटाएं. छोटे पौधे को हवा से बचाने के लिए बांस का सहारा दें. 

देखभाल और रखरखाव में बरतें एहतियात
- पानी : पहले साल नियमित पानी दें, खासकर गर्मियों में. मिट्टी नम रखें, लेकिन गमले में पानी जमा न हो. सर्दियों में पानी कम करें.
- खाद : हर 2-3 महीने में जैविक खाद या NPK (10:10:10) उर्वरक डालें. गमले में तरल खाद का उपयोग करें.
- छंटाई : बौने गुलमोहर को आकार में रखने के लिए सर्दियों में हल्की छंटाई करें. सूखी या अनचाही शाखाएं हटाएं.
- कीट नियंत्रण : चीटियों या दीमक से बचाने के लिए नीम तेल का छिड़काव करें. गुलमोहर आमतौर पर कीट-प्रतिरोधी है.
- मल्चिंग : गर्मियों में गमले की मिट्टी पर सूखी पत्तियां या छाल डालें ताकि नमी बनी रहे.

सावधानियां और टिप्स 
- बौना गुलमोहर गमले में 3-5 साल में फूल देता है. नियमित छंटाई से इसे छोटा और घना रखा जा सकता है.
- गमले को हर 2-3 साल में बड़ा करें या जड़ों को छांटकर मिट्टी बदलें.
- सर्दियों में पत्तियां गिर सकती हैं, जो सामान्य है. गर्मियों में यह फिर से फूलों से भर जाएगा.
- खरपतवार नियमित हटाएं और मिट्टी की नमी जांचते रहें.
- अगर आपका होम गार्डन बहुत छोटा है तो इसे गमले में उगाना बेहतर है, क्योंकि जमीन में जड़ें फैल सकती हैं.
- नर्सरी से पौधा लेते समय ध्यान रखें कि उसमें किसी तरह की बीमारी न हों.

बौना गुलमोहर छोटे होम गार्डन के लिए बेहतरीन है. सही गमला, धूप और देखभाल से यह आपके बगीचे को रंग-बिरंगे फूलों और हरी-भरी पत्तियों से सजा देगा. थोड़ी सी मेहनत और धैर्य से तुम्हारा गार्डन गुलमोहर की खूबसूरती से चमक उठेगा!