
MP के पन्ना जिले के गांव बहिरवारा में एक शादी का समारोह उस वक्त विवाद में तब्दील हो गया जब वर पक्ष की तरफ से ऐन वक्त पर दहेज में एक लाख रुपये की मांग कर दी गई. दहेज की यह अचानक और अनुचित मांग न सिर्फ शादी रुकने का कारण बनी, बल्कि वधू पक्ष के सपनों और तैयारियों पर भी पानी फेर गई. वहीं घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने वर पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
शादी के वक्त मांगे 1 लाख रुपये
घटना किशनपुर स्थित एक मैरिज गार्डन की है, जहां मिजाजी लाल साहू की बेटी की शादी सिंहपुर निवासी सोनू साहू से तय की गई थी. बारात स्वागत के लिए आ चुकी थी, दुल्हन हाथों में मेहंदी और लाल जोड़े में विवाह की रस्मों का इंतजार कर रही थी. लेकिन इसी दौरान वर पक्ष की ओर से एक लाख रुपये की मांग रखी गई, जिससे विवाद खड़ा हो गया.
दुल्हन के परिवार ने कीं मिन्नतें
वधू पक्ष का आरोप है कि वर पक्ष ने पहले से तय 11 हजार रुपये के एक्स्ट्रा एक लाख रुपये की मांग की. वधू के पिता मिजाजी साहू ने बताया कि इतनी बड़ी रकम तुरंत देना उनके लिए संभव नहीं था. उन्होंने काफी मिन्नतें कीं, लेकिन जब वर पक्ष नहीं माना तो बारात बिना विवाह के ही लौट गई. घटना की शिकायत अजयगढ़ थाना में दर्ज कराई गई है.
पुलिस ने दर्ज किया दहेज अधिनियम के तहत केस
अजयगढ़ थाना प्रभारी बखत सिंह ने बताया कि वधू पक्ष की ओर से दहेज मांगने और शादी तोड़ने की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. वर पक्ष की ओर से भी एक आवेदन दिया गया है जिसमें चोट लगने की बात कही गई है. पुलिस ने दहेज अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है.
दुल्हन बोली-पिताजी नहीं दे सकते थे 1 लाख
दुल्हन रानी साहू ने बताया, ''हम ब्यूटी पार्लर से लौटे थे और शादी की तैयारियां चल रही थीं. इसी बीच पता चला कि दूल्हा और उनके परिवार ने 1 लाख की मांग की है. यह हमारे पिताजी की सामर्थ्य से बाहर था. जब पैसे नहीं दिए तो उन्होंने हमारे परिवार पर हमला किया और बारात लेकर भाग गए. हम बस न्याय चाहते हैं."
दर्ज कराई गई शिकायत
दुल्हन के पिता मिजाजी साहू ने बताया, "हमने 11 हजार रुपये दिए थे लेकिन वे एक लाख रुपये मांगने लगे. अचानक इतना पैसा देना संभव नहीं था. जब हमने मना किया तो उन्होंने शादी तोड़ दी और बिना विवाह के ही बारात वापस चली गई. हमने इसकी शिकायत अजयगढ़ थाने में की है."
-दिलीप शर्मा की रिपोर्ट