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Surat: फिल्मी स्टाइल में गिरफ्तारी! ट्रक ड्राइवर बनकर किया 250 किमी पीछा, 34 साल से फरार आरोपी गिरफ्त में

गुजरात के सूरत में धोखाधड़ी का एक आरोपी 34 साल से फरार चल रहा था. सूरत क्राइम ब्रांच लगातार उसे सर्च कर रही थी. लेकिन वो पकड़ा नहीं जाता था. इस बार पुलिस ने जाल बिछाया और ट्रक ड्राइवर का भेष बनाया. इसके बाद पुलिस ने 250 किलोमीटर तक आरोपी का पीछा किया और उसे दबोच लिया.

Police arrested the accused Police arrested the accused

कहते हैं कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं और कानून की पकड़ से कभी कोई बच नहीं सकता है. गुजरात के सूरत में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें 34 साल से फरार चल रहे आरोपी को सूरत क्राइम ब्रांच ने फिल्मी स्टाइल में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस आरोपी को ट्रक ड्राइवर बनकर 250 किलोमीटर तक पीछा किया और उसे छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया.

250 पीछा करके किया गिरफ्तार-
साल 1992 में आरोपी ने 60 लाख रुपए की कीमत का जरी कपड़े का यार्न बनारस ना पहुंचा कर अपने साथियों के साथ मिलकर दूसरी जगह बेच दिया था. इस मामले की शिकायत सूरत के महिधरपुरा पुलिस थाने में दर्ज हुई थी. 34 साल से फरार चल रहे आरोपी बब्बू लक्ष्मण धोबी को 59 साल की उम्र में सूरत क्राइम ब्रांच ने छत्तीसगढ़ के रायपुर से गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को ट्रक ड्राइवर का भेष बनाकर 250 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद गिरफ्तार किया.

34 साल पहले क्या हुआ था?
आरोपी बब्बू लक्ष्मण धोबी साल 1992 की 19 जनवरी को सूरत शहर के महिधरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत से फर्जी ट्रक नंबर UMO-3446 तथा UAG 9193 के फर्जी कागजात बनवाकर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर 60 लाख रुपए की कीमत का जरी कपड़े का यार्न भरकर बनारस के लिए रवाना हुआ था. उस समय इसने अपने दूसरे साथियों के साथ मिलकर दोनों ट्रैकों में भरा जरी कपड़े का यार्न बनारस ना पहुंचा कर खुद ही बाहर ही किसी को बेच दिया था. इस मामले की शिकायतकर्ता ने महिधरपुरा पुलिस थाने में दर्ज कराई थी. 34 साल बाद सूरत क्राइम ब्रांच ने इसे गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है, जबकि उसका एक साथी अभी भी फरार है.

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लगातार बदलती रहती थी लोकेशन-
आरोपी को पकड़ने के लिए पिछले दो सालों से क्राइम ब्रांच की टीम मेहनत कर रही थी. मुखबिरों से उसके बारे में पुलिस को जानकारी मिलती रही थी. लेकिन आरोपी का लोकेशन लगातार बदलता रहता था. उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में वह घूमता रहता था. आरोपी की पत्नी की मौत के बाद अपने गांव को छोड़कर मध्य प्रदेश के अनूपपुर के जमुनाकोलराई में रहने लगा था और अपने गांव में अपनी बेटी और बेटे को मिलने के लिए पिछले 30 सालों में सिर्फ एक बार गया था. 

ट्रक को बना लिया था आशियाना-
ट्रक में ही उसने अपना नया आशियाना बना लिया था. ट्रक में ही रहता था. ट्रक में ही खाना बनाकर खाता था. इसलिए उसे पकड़ना थोड़ा मुश्किल भी साबित हो रहा था. उसे पकड़ने के लिए पिछले दो वर्षों में दो से तीन बार पुलिस की टीम मध्य प्रदेश जाकर आई थी. ट्रक नंबर की जानकारी पुलिस को मिल चुकी थी. लिहाजा पुलिस की टीम ने करीब 250 किलोमीटर तक उसका हाईवे पर पीछा किया और रायपुर के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया.

(संजय सिंह की रिपोर्ट)

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