
क्या आपने शहर के बीच कोई जंगल देखा है? यदि नहीं तो फिर आज हम आपको ऐसे जंगल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे. गुजरात के सूरत शहर के एक विशेष जंगल जरूर देखना चाहिए, जिसे गुजरात सरकार ने मॉडल इको हाउस के तौर पर चिन्हित किया है, जहाँ एक, दो नहीं, 60 से 70 तरह के 600 से ज्यादा पेड़ पौधे लगे हैं.
शहर के बीच जंगल!
दुनिया में सबसे तेज गति से विकसित हो रहे सूरत शहर में एक ऐसा घर है, जिसे मिनी जंगल कहा जाता है. जहाँ 700 से ज्यादा पौधे, 25 से ज्यादा पक्षी और एक सपनों सा सुंदर घर बसाया है. इसे बिजनेसमैन निशित नितिन कपाडिया ने बसाया है. बिजनेसमैन हमेशा से पेड़ पौधे के शौकीन रहे हैं.
घर में 700 से ज्यादा पेड़-
निशित सालों से किराये के घर में रह रहे थे, जहाँ उन्हें पेड़ पौधे लगाने की इजाजत नहीं थी. इसलिए जब खुद का घर बनाने की बारी आई तो निशित ने कोई कसर नहीं छोड़ी. आज उनका घर फूल, पत्तियों की बेलों, पेड़ की छांव और ताज़ी हवा से ढका हुआ है. 60 से 70 तरह के 700 से ज्यादा पेड़ लगे हैं. अधिनियम कृष्ण, कमल, मधु, मालती जैसे प्रजातियां के 200 तरह के फूल और दीवारों पर फैली हरी भरी वेली, जो गर्मी को अंदर आने से रोकती है, गर्मियों के मौसम में भी ये घर बाहर से आठ से 10 डिग्री ठंडा रहता है.
25 से ज्यादा प्रकार के पक्षी आते हैं-
निशित घर के सारे किचन वेस्ट को कम्पोस्ट करके उसकी खाद बनाते हैं. वहीं, घर के आसपास उन्होंने बांस के पेड़ लगाए हैं, जिससे जमीन में पानी रुकता है और ग्राउंड वाटर रिचार्ज हो जाता है. बांस की जड़े और पत्तियाँ पानी को सोखने में मदद करती है और सबसे प्यारी बात हर दिन 25 से ज्यादा प्रकार के पक्ष ही यहाँ आते हैं जैसे गौरैया, बुलबुल, हमिंगबर्ड और टेलर बर्ड आते हैं. ये सब याद घोसले बनाते हैं और इनकी चहचहट पूरे घर में रौनक भर देती हैं. तितलियों का मौसम आने पर तो बगीचे रंगों से भर जाता हैं. गुजरात सरकार ने इस घर को मॉडल एको हॉउस भी घोषित किया है.
(संजय सिंह की रिपोर्ट)
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