
लोगों को पालतू जानवर पालने का काफी शौक होता है. साथ ही जब कोई जानवर घर में आता है, तो वह भी परिवार वालों के साथ घुलमिल जाता है. कुछ लोगों को डॉग्स पालने का शौक होता है, तो कुछ को बिल्लियां. लेकिन क्या आपने कभी नोटिस किया कि बिल्ली अपने मालिक के पास बड़े शौक से रहती है, लेकिन किसी अनजान के पास वो असहज महसूस करती है. आखिर क्या हो सकती है इसकी वजह?
पालतू बिल्लियों को लेकर रिसर्च
पालतू बिल्लियों को लेकर टोक्यो यूनिवर्सिटी ने एक रिसर्च की. उन्होंने पाया था कि मालिक के पास तो बिल्ली काफी ज्यादा समय बिता रही है, लेकिन दूसरों के पास नहीं आखिर इसकी वजह क्या है. हो सकता है बिल्ली अपने मालिक का चेहरा पहचानती हो या फिर कुछ और वजह हो.
उन्होंने इस बात का पता लगाने के लिए 30 पालतू बिल्लियों को लिया और उनमें से कुछ को उनके मालिक की गंध वाली चीज़ दी गई. बाकियों को अनजान लोगों की गंध मिली. अब जिनके पास मालिक की गंध की वह काफी सहज महसूस कर रही है. जबकि बाकी की बिल्लियां थोड़ी परेशान थीं.
यूनिवर्सिटी की इस रिसर्च ने इस बात को साबित किया कि बिल्लियां अपने मालिक को उसकी गंध से पहचानती हैं ना कि देखने से, या फिर किसी और चीज़ से.
क्यों हैं बिल्लियों का ऐसा व्यवहार
बिल्ली को लेकर जाना जाता है कि उनकी सूंघने की क्षमता काफी ज्यादा होती है. इसी क्षमता की मदद से वह अन्य बिल्लियों को पहचानती हैं और उनसे अपनी बात करती हैं. लेकिन फिलहाल यह बात अभी स्पष्ट नहीं हुई है कि क्या इस तरीके से वह लोगों को भी अलग-अलग तरीके से पहचान पाती हैं?
कैसे बिल्लियां पहचान पाती है मालिक को
दरअसल बिल्लियों का अधिकांश समय सूंघने में जाता है. फिर चाहे वह कोई अन्य बिल्ली हो या उनका मालिक. दरअसल बिल्लियों के अंदर सूघने की क्षमता काफी ज्यादा होती है. जो कि उनके लिए फायदे की बात है. इससे वह उन चीज़ों का पता लगा पाती हैं जो अकसर उनके पास रहती हैं. बिल्लियों की सूंघने की क्षमता पर एक अन्य रिसर्चर ने भी अपनी बात रखी थी. और उनकी बात भी टोक्यो के रिसर्चर से मिलती है.