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Tsunami Safety Tips: अगर सुनामी आ जाए तो सबसे पहले क्या करें? इन कारगर उपायों से बच सकती है जान

आम तौर पर भूकंप के बाद सुनामी आती है. समुद्र तट के इलाकों में सुनामी से काफी नुकसान होता है. सुनामी के दौरान एक-एक सेकेंड कीमती होता है. सुनामी के दौरान बचाव के बचाव के उपाय अपनाने चाहिए. सुनामी आ जाए तो बचाव के लिए क्या करना चाहिए?

Tsunami Safety Tips (Photo Credit: Getty) Tsunami Safety Tips (Photo Credit: Getty)
हाइलाइट्स
  • रूस में भूकंप के जबरदस्त झटके

  • अमेरिका और जापान में सुनामी का अलर्ट

रूस में भूकंप के बाद सुनामी की लहरें देखी गई हैं. अमेरिका में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है. रूस में 30 जुलाई बुधवार सुबह भयानक भूकंप आया. इसे एक दशक का सबसे भयानक भूकंप बताया गया. रूस में आया ये भयानक भूकंप समुद्र के अंदर आया. इसके बाद अमेरिका और जापान में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है. कहा जा रहा कि समुद्र में तीन फीट की लहरें उठ सकती हैं. अगर सुनामी आ जाए तो बचने के लिए सबसे पहले क्या करना चाहिए? आइए इस बारे में जानते हैं.

कैसे आती है सुनामी?

सुनामी एक प्राकृतिक आपदा है जो समुद्र में भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन या अन्य गतिविधियों के कारण पैदा होने वाली विशाल समुद्री लहरों की शृंखला है. ये लहरें बहुत तेजी से और शक्तिशाली ढंग से तटों की ओर बढ़ती हैं. इससे तटीय इलाकों में काफी नुकसान हो सकता है. खुले समुद्र में सुनामी की लहरें 500-800 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं. तट पर पहुंचने पर ये लहरें 10 मीटर या उससे भी अधिक ऊँची हो सकती हैं. आखिर सुनामी कैसे आती है? आइए इस पर नजर डाल लेते हैं.

  • समुद्र तल में भूकंप: सुनामी आने का सबसे आम कारण यही होता है. जब समुद्र के तल में टेक्टोनिक प्लेट्स में हलचल होती है तो पानी ऊपर की ओर धकेला जाता है.
  • ज्वालामुखी विस्फोट: समुद्र में ज्वालामुखी विस्फोट से भी पानी में उथल-पुथल हो सकती है. समुद्र में या तट के पास भूस्खलन से पानी विस्थापित होने से भी सुनामी आ सकती है.
  • उल्कापात: ऐसा काफी कम बार ही होता है. समुद्र में उल्कापात भी सुनामी का कारण बन सकता है.

सुनामी से पहले क्या करें?

सुनामी से पहले सरकार और मौसम विभाग अलर्ट जारी करता है. यदि आप समुद्र के किनारे बसे किसी क्षेत्र में रहते हैं तो हमेशा सतर्क रहें. ऐसे इलाकों में भूकंप के बाद सुनामी आने की संभावना होती है. स्थानीय प्रशासन, मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन केंद्र से मिलने वाली चेतावनियों पर ध्यान दें. सुनामी से निपटने के लिए एक आपातकालीन बैग हमेशा तैयार रखें जिसमें कुछ चीजें जरूर होनी चाहिए.

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  • पीने का साफ पानी
  • सूखा और पैक किया हुआ खाना
  • टॉर्च और अतिरिक्त बैटरियाँ
  • बैटरी वाला ट्रांजिस्टर/रेडियो
  • फर्स्ट एड किट
  • जरूरी दवाइयां
  • मोबाइल चार्जर और पावर बैंक
  • पहचान पत्र, राशन कार्ड और आधार कार्ड की फोटो कॉपी

ऊंचाई वाले और सुरक्षित स्थान पहचानें

सुनामी आने से पहले अपने इलाके के ऐसे स्थानों की पहले से पहचान कर लें जो समुद्र से काफी ऊपर हों. जगह ऐसी होनी चाहिए जहां पहुंचना आसान हो. परिवार के हर सदस्य को यह जानकारी होनी चाहिए. अपने मोबाइल पर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथिरिटी (NDMA) या मौसम विभाग के ऐप्स इंस्टॉल करें ताकि अलर्ट तुरंत मिल सकें. घर, स्कूल या दफ्तर में एक ‘आपातकालीन निकासी योजना’ बनाएं और उसका अभ्यास करें. यह योजना सबके लिए सरल और स्पष्ट होनी चाहिए.

Tsunami Safety Tips

सुनामी के दौरान क्या करें?

सामान्य तौर पर सुनामी भूकंप के बाद ही आती है. भूकंप के बाद सुनामी आने का मुख्य कारण समुद्र की सतह के नीचे ज़मीन का अचानक और तेज़ी से खिसकना होता है. सुनामी आ जाए तो क्या करना चाहिए? उन उपायों के बारे में जान लेते हैं.

  • भूकंप के तुरंत बाद सतर्क हो जाएं. अगर भूकंप महसूस हो तो खासकर तटीय इलाकों में बिना समय गंवाए ऊंचे स्थान की ओर भागें. सुनामी की चेतावनी भूकंप के कुछ ही मिनटों बाद जारी हो सकती है.
  • यदि समुद्र अचानक पीछे हट जाए या उसका पानी असामान्य रूप से कम हो जाए तो यह सुनामी का संकेत हो सकता है. यह देखकर समुद्री बीच पर खड़े न रहें तुरंत सुरक्षित स्थान की ओर भागें.
  • अगर आप गाड़ी में हैं और रास्ता साफ है तो ऊंचाई की ओर निकलें. ट्रैफिक में फंसने का खतरा हो तो पैदल ही चलें लेकिन जल्दी करें.
  • सुनामी एक ही लहर नहीं होती है. कई बार दूसरी या तीसरी लहर ज्यादा खतरनाक होती है. जब तक प्रशासन की तरफ से कोई आदेश न मिले तब तक सुरक्षित जगह न छोड़ें.

सुनामी के बाद क्या करें?

सुनामी के बाद समुद्री इलाकों में काफी नुकसान होता है. सरकार और प्रशासन की जानकारी के बाद ही अपनी सुरक्षित जगह को छोड़ें. सुनामी खत्म होने के बाद क्या करना चाहिए? आइए इस बारे में भी जान लेते हैं.

  • रेडियो, टीवी या मोबाइल अलर्ट से मिलने वाले निर्देशों का पालन करें. जब तक प्रशासन यह न कहे कि खतरा टल गया है, तब तक घर न लौटें.
  • सुनामी के बाद की स्थिति खतरनाक हो सकती है. जल भराव, बिजली के तार, क्षतिग्रस्त इमारतें जानलेवा हो सकते हैं. इसलिए पूरी सतर्कता के साथ घर लौटें.
  • सुनामी खत्म होने के बाद यदि आप सुरक्षित हैं तो दूसरों की मदद करें. फर्स्ट एड देने में मदद करें. घायलों को निकटतम राहत केंद्र तक पहुंचाने में मदद करें.
  • सुनामी के बाद पानी गंदा हो सकता है. इसलिए पानी उबालकर या फिल्टर से छानकर ही पिएं. सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलने से बचें. किसी भी जानकारी की पुष्टि NDMA या जिला प्रशासन से करें.
  • सुनामी के बाद बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों का विशेष ध्यान रखें. अपने जानवरों को भी सुरक्षित स्थान पर ले जाने की योजना बनाएं.

निष्कर्ष

अगर सुनामी आ जाए तो सबसे पहले आपको बिना समय गंवाए समुद्र तट से दूर किसी ऊंचाई वाले और सुरक्षित स्थान की ओर भागना चाहिए. भूकंप के तुरंत बाद सुनामी आने की संभावना रहती है इसलिए यह मान लेना समझदारी है कि खतरा सच में है. समुद्र के पानी में कोई असामान्य बदलाव जैसे अचानक पीछे हटना या उफान भी चेतावनी का संकेत हो सकता है. ऐसे में सुनामी आने से पहले बचाव की तैयारी कर लेनी चाहिए.