
द वायरल फीवर (TVF)देश के सबसे सफल यूट्यूब चैनलों में से एक है जिसने इंडियन कंटेंट क्रिएशन में क्रांति ला दी. इस यूट्यूब चैनल की सफलता के पीछे का व्यक्ति और दिमाग बिहार के एक छोटे शहर के अरुणाभ कुमार का था.अरुणाभ कुमार The Viral Fever (TVF) के संस्थापक और सीईओ हैं, जो भारत के प्रमुख यूट्यूब चैनलों में से एक है. कोटा फैक्ट्री, पंचायत, टीवीएफ पिचर्स, ट्रिपलिंग जैसी कई वेब सीरीज इन्हीं की देन हैं.
अरुणाभ कुमार ने आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है. ग्रेजुएशन करने के बाद अरुणाभ फिल्म प्रोडक्शन में काम करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने कई प्रोडक्शन हाउस को लेटर भी भेजे.
फराह खान ने दिया काम
कई प्रोडक्शन हाउसेज ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया. इसी दौरान एक दिन अरुणाभ का लेटर डायरेक्टर फराह खान की डेस्क पर पहुंचा. उन्होंने अरुणाभ को रेड चिलीज एंटरटेनमेंट में नौकरी देने का फैसला किया, जो बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का फिल्म प्रोडक्शन हाउस है. बिहार के एक छोटे से शहर से आने वाले अरुणाभ के लिए यह एक सपना सच होने जैसा था और उन्होंने फराह खान के लिए काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने ओम शांति ओम के लिए फराह खान के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया. इस तरह उन्हें शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला.
कितनी है संपत्ति?
टीवी कमर्शियल और अन्य विज्ञापनों की शूटिंग का कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद, उन्होंने 2010 में अपना खुद का चैनल, द वायरल फीवर खोलने का फैसला किया. टीवीएफ की शुरुआत धीमी रही, लेकिन वीडियो "राउडीज़" के आने के बाद इसमें तेजी आई, जोकि MTV के शो रोडीज़ का एक पैरोडी था.अरुणाभ कुमार की टीवीएफ ने पिचर्स, ट्रिपलिंग और कोटा फैक्ट्री जैसे शो की रिलीज के बाद जल्द ही सफलता हासिल की. इसके अब तक 11 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो अरुणाभ की कुल संपत्ति करोड़ों में है, हालांकि इसका सटीक मूल्यांकन ज्ञात नहीं है.
अरुणाभ ने अपने खिलाफ कई यौन उत्पीड़न की शिकायतों के बाद 2017 में टीवीएफ के सीईओ के रूप में पद छोड़ दिया था, लेकिन मुंबई की एक अदालत द्वारा सभी आरोपों से बरी किए जाने के बाद वह कंपनी में फिर से शामिल हो गए.