Unique Country: ये है दुनिया का सबसे अनोखा देश, जिसकी नहीं है कोई राजधानी, जानिए कहां है ये जगह?
हर देश की अपनी राजधानी होती है. नेशनल कैपिटल उस देश की पहचान होती है. कुछ देशों की तो दो राजधानी भी होती हैं लेकिन एक ऐसा भी देश है जिसकी कोई राजधानी नहीं है. इस देश में सबसे ज्यादा मोटे लोग रहते हैं.
ये है दुनिया का सबसे अनोखा देश (Photo Credit: Getty)
दुनिया भर में 195 से ज्यादा देश हैं. हर देश की एक राजधानी होती है. राजधानी उस देश की पहचान होती है. दुनिया के हर देश की एक न एक राजधानी होती है, जहां सरकार बैठती है और प्रशासनिक कामकाज होता है. राजधानी से ही पूरे देश को चलाने का काम होता है. भारत की राजधानी दिल्ली है. वैसे ही हर देश की अपनी राजधानी होती है. क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा भी देश है जिसकी कोई राजधानी नहीं है. आइए इस बारे में जानते हैं.
कहां है ये देश?
ये दुनिया का सबसे अनोखा देश है. इस देश की अपनी राजधानी नहीं है. इस अनोखे देश का नाम है नाउरू. ये अनोखा देश ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्व में प्रशांत महासागर में बसा है. नाउरू कई छोटे-बड़े आइलैंड से मिलकर बना है. इस जगह को दुनिया के सबसे छोटे द्विपीय देश के लिए भी जाना जाता है.
नाउरू एक छोटा कोरल द्वीप (Coral Island) है. ये देश इतना छोटा है कि इसे एक दिन में पूरा घूमा जा सकता है.
नाऊरू देश चारों तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है. इस देश के चारों तरफ नीला समुद्र और सफेद रेत वाले बीच हैं.
यह दुनिया का तीसरा सबसे छोटा देश है. नाउरू देश 21 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैला हुआ है.
नाउरू देश की कुल आबादी लगभग 12 हजार के करीब है. इसे दुनिया के सबसे कम आबादी वाले देशों में गिना जाता है.
पहले नाउरू को प्लीजंट आइलैंड कहा जाता था. बाद में इस देश पर जर्मनी और आस्ट्रेलिया का कब्जा रहा.
साल 1968 में नाउरू को आज़ादी मिली. ये जगह दुनिया का सबसे छोटा आजाद देश बन गया.
क्यों नहीं है राजधानी?
नाउरू देश की खासियत यह है कि इसका कोई आधिकारिक राजधानी नहीं है.
ऐसे में सवाल आता है कि जब नाउरू देश की कोई राजधानी नहीं है तो इसके सरकारी दफ्तर हैं. कहां से देश के बड़े फैसले लिए जाते हैं. इसका जवाब है, यारेन.
देश के एक छोटे से इलाके यारेन से सारे बड़े और जरूरी काम होते हैं. यारेन को ही अनौपचारिक रूप से राजधानी माना जाता है, लेकिन इसे आधिकारिक दर्जा नहीं दिया गया है.
समुद्र से घिरा है ये देश
मोटापा वाला देश
नाउरू की अर्थव्यवस्था पहले फॉस्फेट खनन (Phosphate Mining) पर डिपेंड थी. फॉस्फेट खत्म होने के बाद देश आर्थिक संकट में चला गया.
आज नाउरू की इनकम मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया की मदद और अन्य विदेशी सहायता पर निर्भर है.
एक और मामले में ये दुनिया के सबसे अनोखे देश में गिना जाता है. इस देश में सबसे ज्यादा मोटे लोग रहते हैं.
नाउरू को दुनिया का सबसे मोटापे वाला देश माना जाता है, क्योंकि यहां के 90% से ज्यादा लोग मोटापे के शिकार हैं.
नाउरू देश की अपनी कोई सेना नहीं है. इस देश की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी ऑस्ट्रेलिया पर है.
इस देश का अपनी कोई राजधानी नहीं लेकिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी है. हालांकि इस हवाई अड्डे (Nauru International Airport) पर कुछ ही फ्लाइट्स उड़ान भरती हैं.
ये देश इतना छोटा है कि एक दिन में इसे नापा जाता है. शायद इसलिए इस देश में रेलवे, मेट्रो और हाइवे जैसी सुविधाएं नहीं हैं.
नाउरू जाएं तो क्या करें?
नाउरू एक सुंदर द्वीप है जहां नीले समुद्र और सफेद रेत के बीच शांति का अनुभव किया जा सकता है. नाउरू कोई “लक्ज़री टूरिस्ट डेस्टिनेशन” नहीं है. लेकिन यहां की प्राकृतिक सुंदरता, इतिहास और शांति इसे बेहद खास बनाते हैं.
अनिबारे बे नाउरू का सबसे खूबसूरत समुद्र तट है. यहां की नीली लहरें और सफेद रेत पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. तैराकी और आराम के लिए बेहतरीन जगह है.
कमांड रिज नाउरू की सबसे ऊंची जगह है. दूसरे विश्व युद्ध के समय जापानी सैनिकों ने यहां बंकर और तोपें बनाई थीं. यहां से पूरे द्वीप का शानदार नज़ारा देखा जा सकता है.
मोका वेल और गुफाएं भी देखने लायक जगहें हैं. चूना पत्थर की गुफाओं से बना प्राकृतिक क्षेत्र है. एडवेंचर पसंद लोगों के लिए यह जगह खास है.
बुआडा लैगून नाउरू का एकमात्र मीठे पानी का झीलनुमा लैगून है. चारों ओर हरे-भरे पेड़ और शांत वातावरण इसे बेहद खूबसूरत बनाते हैं. ये पिकनिक और फोटोग्राफी के लिए अच्छी जगह है.
घूमने के लिए काफी कम जगह होने की वजह से इस देश में कम ही टूरिस्ट आते हैं.
नाउरू भले ही छोटा हो और इसकी कोई आधिकारिक राजधानी न हो, लेकिन यह अपनी अनोखी पहचान के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. नाउरू दुनिया के सबसे छोटे, अनोखे और अलग देशों में से एक है. बिना राजधानी वाला यह देश अपने इतिहास, भूगोल और लाइफस्टाइल की वजह से बेहद खास है.