
वैलेंटाइन डे पर अक्सर कपल्स एक-दूसरे से प्यार का इज़हार करते हैं. एक-दूसरे को तोहफे देते हैं और साथ में समय बिताकर एक-दूजे को स्पेशल फील कराते हैं. लेकिन आज हम एक ऐसे जोड़े की कहानी आपको बता रहे हैं जहां एक पत्नी ने अपनी पति को वैलेंटाइन डे के मौके पर नई ज़िन्दगी दी है.
साक्षी और राकेश (बदला हुआ नाम) को अगर कोई आज के जमाने में ‘प्यार का प्रतीक’ कहे तो गलत नहीं होगा. क्योंकि साक्षी ने अपने पति राकेश को अपने लिवर का पार्ट डोनेट कर उनकी ज़िन्दगी बचाई है.
4 साल से बीमार थे राकेश:
47 वर्षीय साक्षी और 49 वर्षीय राकेश मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले हैं. राकेश पिछले चार साल से सिरोसिस से पीड़ित थे और उनका एस्टर आरवी अस्पताल में जीवित डोनर लीवर ट्रांसप्लांट हुआ है. हॉस्पिटल के मुताबिक राकेश की हालत काफी गंभीर थी और ऐसे में लिवर ट्रांसप्लांट ही एकमात्र विकल्प था.
और सौभाग्य की बात थी कि साक्षी का लिवर मैच कर गया और उन्होंने अपने पति के लिए लिवर डोनेट करने में एक पल की भी देरी नहीं की. लिवर के सफल ट्रांसप्लांट के बाद राकेश ने न सिर्फ साक्षी का शुक्रिया अदा किया बल्कि कहा कि वैलेंटाइन डे का इससे अच्छा कोई और तोहफा नहीं हो सकता है.
आप बता दें कि आज हजारों लोग लिवर संबंधित बिमारियों से जूझ रहे हैं. और सही समय ध्यान न देने के कारण वह उस स्टेज में पहुंच जाते हैं जब ट्रांसप्लांट ही एकमात्र रास्ता रहा जाता है. हालांकि लिवर ट्रांसप्लांट में डोनर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. क्योंकि लिवर का डोनेट किया हुआ हिस्सा कुछ ही हफ्तों में सामान्य हो जाता है.