Woman fined $2,000 for pulling down male colleague’s pant
Woman fined $2,000 for pulling down male colleague’s pant साउथ कोरिया की अदालत ने एक महिला को अपने कलीग की सरेआम पैंट उतारने के आरोप में 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. अदालत ने इस घटना को यौन उत्पीड़न माना और महिला पर 8 घंटे के यौन हिंसा निवारण ट्रेनिंग का भी आदेश दिया.
रेस्टोरेंट में हुआ ये प्रैंक
यह घटना 3 अक्टूबर 2024 को हुई, जब महिला ने अपने से छोटे कलीग की पैंट रेस्टोरेंट में नीचे खींच दी. यह वारदात उस रेस्तरां में हुई, जहां दोनों काम करते थे. घटना के दौरान कई सहकर्मी मौजूद थे. रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने ऐसा मजाक करते हुए किया, लेकिन पैंट उतारते वक्त उसके अंडरगारमेंट्स भी नीचे आ गए, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई. पुरुष उम्र में बेहद छोटा था जबकि महिला 50 साल से अधिक उम्र की है. इस प्रैंक की वजह से लड़के को भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ी और जिसके बाद उसने कानूनी कार्रवाई की मांग की.
अदालत ने मजाक को यौन उत्पीड़न माना
चुनचेओन जिला कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए महिला के 'मजाक' के दावे को खारिज कर दिया. अभियोजन पक्ष ने दलील दी कि यह घटना यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न का मामला है, क्योंकि पीड़ित को पल्बिक प्लेस पर अपमानित किया गया. कोर्ट ने अभियोजन पक्ष के साथ सहमति जताते हुए महिला पर 2,000 डॉलर का जुर्माना और 8 घंटे के यौन हिंसा निवारण प्रशिक्षण का आदेश दिया. हालांकि, कोर्ट ने यह भी माना कि महिला का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और उसने पीड़ित व उसके माता-पिता से घुटनों के बल झुककर माफी मांगी.
क्या है 'पैंटिंग प्रैंक'?
'पैंटिंग' एक ऐसा प्रैंक है, जिसमें किसी व्यक्ति की पैंट सार्वजनिक स्थान पर मजाक के तौर पर उतार दी जाती है ताकि उसे शर्मिंदगी का सामना करना पड़े. अक्सर इसे बुलिंग का रूप माना जाता है. दक्षिण कोरिया में इस तरह की घटनाओं पर सख्ती से कार्रवाई की जाती है. 2019 में, ओलंपिक शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग चैंपियन लिम हियो-जुन को भी एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था, जब उसने अपनी टीम के सदस्य की पैंट उतार दी थी.
महिला ने मानी अपनी गलती
पीड़ित युवक ने इस घटना को अपने लिए मानसिक रूप से traumatizing बताया और कहा कि सार्वजनिक अपमान ने उसे गहरा आघात पहुंचाया. वहीं, महिला ने कोर्ट में अपनी गलती स्वीकार की और माफी मांगी, लेकिन उसका दावा था कि उसका इरादा किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था. कई लोगों ने महिला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, जबकि कुछ ने इसे एक गलती मानकर उसे दूसरा मौका देने की बात कही.