scorecardresearch

Ashadha Month 2022: आज से शुरू हो गया है आषाढ़ मास, घर को धन-धान्य भरने के लिए करें ये 5 पुण्य के काम

Ashadha Month 2022: इस साल आषाढ़ का महीना 15 जून 2022 से 13 जुलाई 2022 तक है. इस महीने में कई बड़े और अहम त्योहार पड़ते हैं, जिनपर व्रत-उपवास करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है.

Respresentational Image (Photo: Wikipedia) Respresentational Image (Photo: Wikipedia)
हाइलाइट्स
  • आषाढ़ का महीना 15 जून 2022 से लेकर 13 जुलाई 2022 तक है

  • हिंदू शास्त्रों को अनुसार आषाढ़ का महीना ज्येष्ठ माह के बाद आता है

15 जून यानी आज से आषाढ़ माह शुरू हो गया है. हिंदू शास्त्रों को अनुसार आषाढ़ का महीना ज्येष्ठ माह के बाद आता है. इस महीने में ही वर्षा ऋतू की शुरुआत होती है. व्रत-त्योहार की दृष्टि से भी यह बहुत महत्वपूर्ण मास है. इस महीने में माता रानी के गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिनमें बहुत से लोग गुप्त व्रत करते हैं. 

इसी महीने में जगन्नाथ यात्रा भी की जाती है और देवशयनी एकादशी भी आषाढ़ में ही पड़ती है. इस साल यह महीना 15 जून 2022 से लेकर 13 जुलाई 2022 तक है. इसलिए 13 जूलाई तक आप बहुत से ऐसे पुण्य के काम कर सकते हैं जो आपके घर को धन-धान्य से भर देंगे. 

इस महीने करें ये काम 

1. आएंगे कई व्रत-त्योहार: 
इस महीने में कई व्रत-त्योहार आते हैं. जैसे गुप्त नवरात्रि, देवशयनी एकादशी, प्रदोष व्रत आदि. इस व्रत को करने से आपके सभी काम बनेंगे. इस माह को कामना पूर्ति माह भी कहते हैं. 

  • 15 जून    मिथुन संक्रांति
  • 17 जून    संकष्टी गणेश चतुर्थी
  • 21 जून    कालाष्टमी
  • 24 जून    योगिनी एकादशी
  • 26 जून    प्रदोष व्रत
  • 27 जून    रोहिणी व्रत , मास शिवरात्रि
  • 29 जून    अमावस्या
  • 30 जून    चंद्र दर्शन , गुप्त नवरात्र प्रारंभ
  • 01 जुलाई    पूरी जगन्नाथ रथ यात्रा
  • 03 जुलाई    वरद चतुर्थी , 
  • 04 जुलाई    सोमवार व्रत , कौमार षष्ठी
  • 05 जुलाई    षष्टी
  • 07 जुलाई    दुर्गाष्टमी व्रत
  • 10 जुलाई    देवशयनी एकादशी
  • 11 जुलाई    जाया पार्वती व्रत प्रारंभ , प्रदोष व्रत , सोम प्रदोष व्रत , जनसंख्या दिवस
  • 13 जुलाई    पूर्णिमा व्रत, गुरु पूर्णिमा, सत्य व्रत, व्यास पूजा 

2. करें देवपूजा:
इस महीने में भगवान शिव और विष्णु जी की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है. श्रीहरि और भोलेनाथ की पूजा करने से घर में सुख-शांति आती है. वहीं, इस माह में सूर्यदेव, मंगलदेव, मां दुर्गा और हनुमान जी की भी पूजा का महत्व है. खासकर कि सूर्यदेव की पूजा करने से दोगुना पुण्य प्राप्त होता है. 

3. सूरज निकलने से पहले स्नान:
हिंदू धर्म में मान्यता है कि आषाढ़ के महीने में हमेशा सूर्योदय से पहले उठना चाहिए. कहते हैं कि सूर्योदय से पहले स्नान करने और फिर पूजा -अर्चना करके सूर्य देव को जल देने से बिमारियों से मुक्ति मिलती है. साथ ही, मन में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. हर दिन ऐसा करने से मनुष्य की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. 

4. यज्ञ का है महत्व:
इस महीने में अपने घर या कार्यस्थल पर यज्ञ-हवन कराने का भी बहुत महत्व है. कहते हैं कि इस महीने में जितने हो सकें यज्ञ कराने चाहिएं क्योंकि इस माह में हुए यज्ञों से दो गुना फल मिलता है. 

5. सामर्थ्य के अनुसार करें दान:
आप दान अपनी इच्छा के अनुसार कभी भी कर सकते हैं. लेकिन अगर दान सही समय और मुहूर्त में किया जाए तो इसका ज्यादा फल मिलता है. मान्यता है कि आषाढ़ के महीने में दान का अपना महत्व है. इस महीने में आप किसी गरीब को नमक, छाता, आंवला और चप्पल आदि दान कर सकते हैं.