

वाराणसी के बाबा विश्वनाथ मंदिर में मौसमी फलों के रस से महादेव का अभिषेक किया जा रहा है. भक्तों को नौतपा की चिलचिलाती गर्मी से निजात दिलाने की कामना के साथ लीची, आम, खरबूजा जैसे फलों के साथ भगवान के विशिष्ट आराधना की जा रही है. यकीन है कि भक्तों की मुराद पूरी होगी और उन्हें गर्मी से थोड़ी राहत भी मिल जाएगी.
गुलाब, मोगरा, इत्र और फूलमालाएं की गईं अर्पित
केरल, महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में बारिश लोगों को गर्मी से निजात दिला चुकी है लेकिन कई इलाके अब भी नौतपा की भीषण गर्मी का सामना कर रहे है. लिहाजा भक्तों को गर्मी से राहत दिलाने की कामना के साथ वाराणसी के बाबा विश्वनाथ मंदिर में मंत्रों के साथ महादेव का मौसमी फलों से अभिषेक किया गया. विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से गर्मी से शीतलता दिलाने वाले फल लीची, गुलाब बेल, आमरस महादेव को अर्पित किए गए. इसके साथ ही खस, गुलाब, मोगरा जैसे ग्रीष्मकालीन इत्र और फूलमालाएं भी अर्पित की गईं. इस भाव से की गई पूजा न सिर्फ आस्था का प्रतीक है बल्कि प्रकृति और मन की संतुलन साधना भी है.
बड़ी संख्या में जुटे श्रद्धालु
सनातन में यकीन करने वालों का मानना है कि आराध्य को अर्पित सामग्री आराधक में भी प्रभाव पैदा करती है और उन्हें चिलचिलाती गर्मी से ठंडक मिल सकेगी. भक्तों का यह विश्वास है कि भगवान भोलेनाथ को शीतल पदार्थ अर्पित करने से समस्त विश्व में गर्मी से त्रस्त शिव भक्तों पर शीतलता बरसती है. नौतपा के विशेष समय में लीची का जूस, आम रस, तरबूज का रस और जो भी शीतल पदार्थ होते हैं नौतपा में निरंतर भगवान महादेव को अर्पित किए जा रहे हैं. इस दौरान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे और भगवान की इस विशेष आराधना में शामिल हुए. विश्वनाथ मंदिर में ये विशेष अभिषेक नौतपा की समाप्ति तक रोजाना किया जाएगा.