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Char Dham Yatra 2024: चारधाम शुरू होने से पहले स्वास्थ्य विभाग ने 11 भाषाओं में जारी की SOP...तीर्थयात्रियों को दी गई ये सलाह

उत्तराखंड में 10 मई को गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे.इस बार यात्रा मार्ग पर 50 स्थानों पर स्वास्थ्य केंद्र बनाए जा रहे हैं. यहां पर यात्रियों की उच्च रक्तचाप व मधुमेह समेत 28 मानकों पर जांच की जाएगी.

Chardham Yatra Chardham Yatra

अगले महीने 10 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है.केदारनाथ धाम के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर खुलने का विधि-विधान है. चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ उनके स्वास्थ का भी ख्याल रखा जाएगा. स्वास्थ्य विभाग की ओर से 11 भाषाओं में SOP जारी की गई है जिसमें चारधाम यात्रियों को खास सलाह दी गई है. साथ ही तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए यात्रा मार्गों पर मेडिकल रिलीफ प्वाइंट भी बनाया गया है.चारधाम यात्रा करीब 6 महीने चलती है. उत्तराखंड के चार धाम और 12 ज्योतिर्लिंग में से एक केदारनाथ धाम भक्तों के लिए आकर्षण और श्रद्धा का केंद्र रहता है. लाखों भक्त बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए बेसब्री से इंतजार करते हैं.

कब खुलेंगे केदारनाथ के कपाट
बाबा केदार की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से उखीमठ के लिए 6 मई को रवाना होगी.7 मई को बाबा केदार की डोली रामपुर पहुंचेगी और इसके बाद 8 मई को गौरीकुंड पहुंचेगी.वहीं 9 मई को केदारनाथ धाम में विराजमान होंगे.केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के समय केदारनाथ मंदिर में लंबी औपचारिक पूजा होती है.तीर्थयात्री केदारनाथ मंदिर में मुख्य पुजारियों की पहली बार उद्घाटन पूजा करने के बाद ही दर्शन कर सकते हैं. 10 मई सुबह 7 बजे से बाबा केदारनाथ के कपाट श्रृद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. इसी तरह 10 मई को यानी अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे. बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले जाएंगे.

SOP में क्या कुछ कहा गया
SOP में कई बातें कही गई हैं. कम से कम सात दिनों के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं.केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में पैदल चढ़ते समय एक से दो घंटे के बाद 5 से 10 मिनट तक विश्राम करें.साथ ही यात्रा के लिए गरम कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट,छाता और स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर साथ लेकर चलें. इसके अलावा चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के समय तीर्थयात्रियों को अपनी स्वास्थ्य संबंधी पूरी जानकारी भी साझा करनी होगी जिससे यात्रा के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें जरूरत के समय आसानी से इलाज मिल सके.

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यात्रा मार्ग पर 50 जगहों पर तीर्थयात्रियों के लिए 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए गए हैं. इसमें तीर्थयात्रियों के ब्लड प्रेशर,डायबिटीज समेत 28 पैरामीटर की जांच की जाएगी. इसके अलावा मेडिकल रिलीफ प्वाइंट पर स्वास्थ्य मित्रों की भी तैनाती होगी जिसमें दवाओं का स्टॉक, ऑक्सीजन सिलिंडर समेत कई जरूरी उपकरण मौजूद रहेंगे.साथ ही हर रिलीफ पोस्ट में डॉक्टरों के साथ लगभग आधा दर्जन प्रशिक्षित मेडिकल स्टॉफ की भी तैनाती की जाएगी.