
कड़ा क्यों पहनते हैं हमेशा दाहिने हाथ में? यह परंपरा मुख्य रूप से हिंदू और सिख धर्म से जुड़ी है. कड़ा एक गोल धातु का आभूषण होता है, जो चांदी, सोना, तांबा या अष्टधातु से बनता है. इसे कलाई पर पहनने की आदत पुरानी है, लेकिन दाहिने हाथ का चुनाव क्यों? आइए आसान भाषा में समझते हैं.
धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में दाहिना हाथ को शुभ माना जाता है. पूजा-पाठ, दान-पुण्य, खाना हो या कोई अन्य अच्छा काम. सब में दाहिने हाथ का इस्तेमाल होता है. बाएं हाथ को रोजमर्रा के कामों जैसे सफाई या निजी कार्यों से जोड़ा जाता है, इसलिए इसे अपवित्र समझा जाता है. कड़ा पहनना भी एक तरह का धार्मिक संकल्प है, जो ऊर्जा और सुरक्षा देता है.
अगर इसे बाएं हाथ में पहनें तो इसका शुभ प्रभाव कम हो जाता है. सिख धर्म में तो कड़ा 'कढ़ा' के नाम से पांच ककारों में से एक है. यह ईश्वर की याद दिलाता है और सिखों को इसे दाहिने हाथ में पहनना अनिवार्य है, क्योंकि दाहिना हाथ कर्म और शक्ति का प्रतीक है.
ज्योतिषीय फायदे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कड़ा पहनने से ग्रहों के दोष दूर होते हैं. चांदी का कड़ा चंद्रमा और शुक्र ग्रह को मजबूत करता है, जो मन को शांत रखता है. अगर आप गुस्सैल हैं या चंद्रमा कमजोर है, तो दाहिने हाथ में चांदी का कड़ा पहनें. तांबे या पीतल का कड़ा मंगल ग्रह को संतुलित करता है.
इसे मंगलवार को पहनना अच्छा माना जाता है. दाहिने हाथ में पहनने से ये धातुएं शरीर की नसों को प्रभावित करती हैं और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाती हैं. बाएं हाथ में पहनने से यह प्रभाव उलटा हो सकता है.
स्वास्थ्य से जुड़े फायदे
वैज्ञानिक नजरिए से भी कड़ा फायदेमंद है. दाहिने हाथ ज्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं – जैसे काम करना, लिखना. कड़ा पहनने से कलाई की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और जोड़ों का दर्द कम होता है. अष्टधातु का कड़ा बीमारियों से बचाता है, खासकर बार-बार बीमार पड़ने वालों के लिए. चांदी शीतलता देती है, जो गर्मी या तनाव में राहत देती है. लेकिन याद रखें, इसे टाइट न पहनें, वरना नुकसान हो सकता है.
सामाजिक और सांस्कृतिक कारण
हमारी संस्कृति में दाहिना हाथ सम्मान का प्रतीक है. पुरुष अक्सर दाहिने हाथ में कड़ा पहनते हैं, जो ताकत और संरक्षण दिखाता है. महिलाएं कभी-कभी बाएं हाथ में भी पहन सकती हैं, लेकिन शुभ कार्यों के लिए दाहिना ही बेहतर. हनुमान जी का कड़ा भूत-प्रेत से बचाता है. कुल मिलाकर, यह परंपरा आत्म-नियंत्रण और सकारात्मकता सिखाती है.
कड़ा पहनना सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि आस्था और स्वास्थ्य का माध्यम है. अगर आप पहनना चाहें, तो ज्योतिषी से सलाह लें और शुक्रवार को शुरू करें. इससे जीवन में सुख-शांति बढ़ेगी!