
क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे घरों के आंगन या बालकनी में तुलसी का पौधा क्यों लगाया जाता है? क्यों इसे इतना पवित्र और ज़रूरी माना जाता है? शायद आपको लगे कि यह सिर्फ धार्मिक मान्यता का हिस्सा है, लेकिन सच्चाई इससे कहीं ज्यादा रोचक और चौंकाने वाली है.
तुलसी एक पौधा है या आयुर्वेदिक खजाना?
तुलसी को आयुर्वेद में "जड़ी-बूटियों की रानी" कहा गया है. इसकी पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं. यही वजह है कि सर्दी-जुकाम से लेकर पेट की बीमारियों तक, तुलसी हर समस्या का घरेलू इलाज मानी जाती है. अगर आप रोज़ सुबह तुलसी की दो-तीन पत्तियां चबा लें तो आपकी इम्युनिटी मजबूत हो जाती है और कई तरह की बीमारियाँ पास भी नहीं फटकतीं.
घर का पवित्र कोना
हिंदू धर्म में तुलसी को माता का रूप माना गया है. कहा जाता है कि घर में तुलसी का पौधा होने से नकारात्मक ऊर्जा पास नहीं आती. यही कारण है कि तुलसी को आंगन या खिड़की पर लगाया जाता है और रोज़ पूजा की जाती है. कई जगहों पर तो तुलसी विवाह की रस्म भी निभाई जाती है, जिसे "तुलसी विवाह" कहा जाता है.
वैज्ञानिक कारण भी है मजेदार
अब ज़रा विज्ञान की बात करते हैं. तुलसी का पौधा वातावरण में ऑक्सीजन छोड़ता है और कार्बन डाइऑक्साइड को एब्सॉर्ब करता है. रिसर्च बताती है कि तुलसी घर के आस-पास की हवा को शुद्ध कर देती है. मतलब अगर आपके घर में तुलसी है, तो आपको मिलेगा नेचुरल एयर प्यूरीफायर- वो भी बिल्कुल फ्री!
घर में क्यों लगाया जाता है तुलसी का पौधा?
कहा जाता है कि घर में तुलसी लगाने से न सिर्फ सेहत बेहतर होती है, बल्कि घर में बरकत भी आती है. पुराने जमाने में लोग मानते थे कि तुलसी के पौधे की पूजा करने से घर में कभी दरिद्रता नहीं आती और परिवार पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है.