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अमरनाथ यात्रा के लिए फूलप्रूफ तैयारी, श्रद्धालु के बीमा से लेकर वाईफाई हॉटस्पॉट तक की होगी सुविधा

30 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए सरकार पूरी तैयारी कर रही है. श्रद्धालुओं को सुविधाओं से लेकर सुरक्षा तक को लेकर सरकार सतर्क है. सरकार ने श्रद्धालुओं के बीमा से लेकर वाईफाई हॉटस्पॉट तक की सुविधा देने जा रही है. इसके अलावा श्रद्धालुओं की हाईटेक सुरक्षा की भी तैयारी है.

अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की पुख्ता तैयारी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की पुख्ता तैयारी
हाइलाइट्स
  • 30 जून से शुरू हो रही है अमरनाथ यात्रा

  • हर श्रद्धालु का होगा बीमा

  • वाईफाई हॉटस्पॉट की भी सुविधा

30 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी चल रहा है. उधर, सरकार यात्रा को लेकर एक्टिव हो गई है और जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं. इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की बड़ी बैठक हुई. जिसमें अमरनाथ यात्रा को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए.

सुविधाएं बढ़ाने पर जोर-
गृह मंत्रालय ने तीर्थयात्रा को लेकर सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने पर जोर दिया है. बैठक में तय किया गया है कि अमरनाथ यात्रा को देखते हुए श्रीनगर के लिए विमान सेवाएं बढ़ाई जाएंगी. इतना ही नहीं, यात्रियों की सुविधा के लिए सभी तरह की ट्रांसपोर्ट सेवाएं बढ़ाई जाएंगी. इसके अलावा भी तमाम सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी.

  • 6000 फीट से ऊपर की ऊंचाई पर 100 बिस्तरों का अस्पताल बनाया जाएगा
  • रास्ते में श्रद्धालुओं के रुकने के लिए टेंट सिटी की व्यवस्था की जाएगी
  • अमरनाथ यात्रा के पूरे रास्ते में लाइटिंग की जाएगी
  • यात्रा मार्ग पर वाईफाई हॉटस्पॉट लगाए जाएंगे
  • बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य सहित सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी
  • लैंडस्लाइड जैसे खतरों से निपटने के लिए खास इंतजाम किये जाएंगे

श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता-
इसके अलावा गृह मंत्रालय की बैठक में अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर सलाह-मशविरा किया गया, ताकि तीर्थयात्री सुरक्षित तरीके से बाबा के दर्शन के लिए पवित्र गुफा तक पहुंच सकें और वहां से उनकी वापसी में भी कोई खतरा पैदा न हो. रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में साफ कहा कि यह सरकार की प्राथमिकता है कि अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों के दर्शन आसान हों और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.

  • सुरक्षा के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम लगाने की तैयारी है
  • ऊंचाई वाले इलाकों में स्नाइपर तैनात किए जाएंगे
  • स्टिक बम जैसे खतरों से निपटने के लिए गाड़ियों की स्क्रीनिंग की जाएगी
  • बुलेट प्रूफ और एमपीवी गाड़ियों को यात्रा में शामिल किया जाएगा
  • तय हो चुका है कि हर तीर्थयात्री को RFID टैग दिया जाएगा
  • तीर्थयात्रियों का पांच लाख रुपये का बीमा भी करवाया जाएगा
  • गाड़ियों की आवाजाही पर हाईटेक तरीके से नजर रखी जाएगी
  • सीआरपीएफ के बुलेट प्रूफ एंटीमाइन व्हीकल की संख्या बढ़ाई जाएगी 
  • पहलगाम और बालटाल के रास्तों पर आतंकरोधी दस्ते तैनात रहेंगे
  • जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा लगभग 12,000 पैरामिलिट्री के जवान दोनों रास्तों पर तैनात किये जा सकते हैं
  • यात्रियों के कैंपों पर हमला न हो, इसके लिए तीन स्तर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है
  • आतंकियों के आत्मघाती दस्तों से यात्रा रूट को सुरक्षित रखने के लिए इंतजाम किये गये हैं

हर साल अमरनाथ यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल होते हैं. पिछले 2 साल कोरोना के कारण इस तीर्थयात्रा को रोक देना पड़ा था. इस बार ये यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलेगी तो इसमें करीब 5 से 6 लाख तीर्थयात्रियों के शामिल होने की उम्मीद है. इस दरम्यान तीर्थयात्रियों के सुविधाएं मुहैया कराने के अलावा सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश में सुरक्षा-व्यवस्था कायम रखने की है.

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