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Haj Yatra 2023: पहली बार बिना महरम हज यात्रा पर गईं महिलाएं, सऊदी अरब में की गई है विशेष व्यवस्था

पहली बार बिना महरम के महिलाएं हज यात्रा के लिए रवाना हुईं. महिला हज यात्रियों ने इस नए नियम को लेकर खुशी जताई. इस बार बड़ी संख्या में महिलाओं ने बिना महरम के हज यात्रा के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय में आवेदन किया था.

पहली बार बिना महरम हज यात्रा पर जा रही हैं महिलाएं पहली बार बिना महरम हज यात्रा पर जा रही हैं महिलाएं

हज यात्रा के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब महिलाएं बिना महरम यानी पति या किसी भी पुरुष जो उनके रक्त संबंधी हो, उनके बगैर हज यात्रा कर सकती हैं. इसको लेकर देशभर के हज यात्रियों में उत्साह है. अगर देशभर में यात्रा करने वाली महिलाओं की बात करें तो बिना महरम यात्रा करने वालों की तादाद में काफी इजाफा हुआ है. ये आंकड़ा 4 हजार के पार पहुंच गया है. देशभर की महिलाएं अकेले यात्रा कर रही हैं, आपको बता दें कि अकेले राजधानी दिल्ली से 39 महिलाएं हज यात्रा पर जा रही हैं.

पहली बार बिना महरम हज के लिए जा रही महिलाएं-
आज दिल्ली एयरपोर्ट से हज के लिए यात्रियों का ग्रुप रवाना हुआ. केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने महिलाओं के इस जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मीनाक्षी लेखी ने बताया कि मोदी सरकार में महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं, वो घरों से बाहर निकलने लगी हैं. यही वजह है कि जिस हज यात्रा पर हमेशा महिलाओं को महरम के साथ जाना पड़ता था, आज वो अकेले जा सकेंगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि महिला यात्रियों के जत्थे को लेकर जगह-जगह से पॉजिटिव फीडबैक मिल रहा है. सऊदी एयरलाइंस कि ओर से भी ये जानकारी दी गई कि पहली बार हज यात्रा का ऑपरेशन इतना अच्छे ढंग से किया जा रहा है.

महिलाओं को मिलेगी सुविधाएं-
मीनाक्षी लेखी ने बताया कि हज यात्रा के दौरान महिलाओं को तकलीफ ना हो, इसको ध्यान में रखते हुए पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है. हज के लिए महिलाओं को फिटनेस ट्रेनिंग भी दी गई है. जिससे उन्हें चलने-फिरने में और यात्रा में तकलीफ ना हो. सऊदी में उनके रहने का भी विशेष प्रबंध किया है. अगर किसी की तबीयत खराब होती है तो उनके लिए दवाइयों और स्वास्थ्य सेवाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है.

महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ाया कदम-
वहीं हज यात्रा पर महिलाओं के बिना महरम यात्रा को लेकर दिल्ली हज कमिटी की अध्यक्ष कौशर जहां ने बताया कि सरकार के इस कदम से महिलाएं सशक्त होंगी और ये महिला सशक्तिकरण की ओर एक और कदम है. हज यात्रा में महिलाओं की सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि महिलाएं पहली बार यात्रा कर रही हैं, ऐसे में उन्हें फिटनेस के लिए भी प्रेरित किया गया है, जिससे वो बीमार ना पड़ें. साथ ही वो अकेली यात्रा कर रही होंगी तो उन्हें विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है. जिससे उन्हें हज के दौरान जाते-आते कोई भी परेशानी ना हो.

महिला हज यात्रियों ने खुशी जताई-
पहली बार हज यात्रा पर अकेली जा रही महिलाओं ने गुड न्यूज टुडे से बातचीत की और अपनी खुशी जाहिर की. उत्तर प्रदेश के आगरा से आई 4 महिलाओं ने बातचीत में बताया कि वो पहले एक-दूसरे को जानती भी नहीं थी, लेकिन एयरपोर्ट पर मुलाकात हुई और अब वो दोस्त बन गई हैं और सहेलियां बन कर अपनी यात्रा पूरी करेंगी. उन्होंने सरकार के फैसले को काफी सराहनीय बताया. क्योंकि सरकार के इस कदम से पहली बार महिलाओं को अकेले हज यात्रा पर जाने का मौका मिला है. इस वजह से वो महिलाएं भी हज यात्रा कर सकेंगी, जो अकेली हैं. यात्रा पर रवाना होने से पहले महिलाएं और उनके परिजन भी काफी भावुक नजर आए.
आपको बता दें कि इससे पहले सऊदी अरब के हज और उमराह पर महिलाएं अकेली नहीं जाती थीं. हज के नियमों के हिसाब से उन्हें किसी महरम या पुरुष जो उनके रक्त संबंधी हो, उनके साथ जाने की ही इजाजत थी. महिलाओं के महरम हज के दौरान उनके साथ रहते थे. लेकिन इस वजह से उनके लिए हज पर जाना थोड़ा मुश्किल हो जाता था.

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