
मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi) हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष में आती है. हिंदू धर्म में इसे एक महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की उपासना से मोहमाया से मुक्ति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, इस व्रत से इंसान जीवन के हर लोभ और मोह से परे हो जाता है. इस बार मोहनी एकादशी 8 मई 2025 को मनाई जाएगी. मोहनी एकादशी के दिन व्रत रखने वाले भक्त 9 मई को सुबह 5 बजकर 34 मिनट से 8 बजकर 16 मिनट तक पारण कर सकते हैं.
भगवान विष्णु की उपासना
मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के स्वरूप श्रीराम की उपासना परम फलकारी मानी जाती है. इस दिन से एक दिन पहले ही सायंकाल के समय भोजन का त्याग कर देना चाहिए और प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य क्रिया करने के बाद संध्या स्नान पूजन करने के पश्चात भगवान विष्णु की माता लक्ष्मी के साथ पूजा करनी चाहिए.
क्या है मोहिनी एकादशी की कथा
समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश निकला था. उस समय देवताओं और असुरों के बीच अमृत को लेकर विवाद हुआ था. असुर वलशाली थे और वो अमृत पीना चाहते थे. देवताओं ने भगवान विष्णु से प्रार्थना की कि वो असुरों को अमृत लेने से रोकें. तब भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया. असुर मोहिनी के रूप में मोहित हो गए और तब अमृत देवताओं के पास चला गया.
व्रत और उपासना के नियम
मोहिनी एकादशी के दिन प्रभु श्रीराम की कृपा से तमाम भावनाओं और मोह से मुक्ति तो मिलती ही है, साथ में रक्षा और मर्यादा का वरदान भी मिलता है. इस दिन भगवान राम का पूजन करने से हमें जितने भी भौतिक मोह हैं, उनसे छुटकारा प्राप्त होता है.
दान का महत्त्व
मोहिनी एकादशी के व्रत के साथ दान का महत्त्व भी जुड़ा है. इस दिन अन्न और भारी भोजन खाने से परहेज करें और ज्यादा से ज्यादा समय ईश्वर की उपासना में लगाएं. दान करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जैसे कि दान कभी भी किसी दबाव में नहीं देना चाहिए और जो भी वस्तुएं दान में दी जाएं वो अच्छी हों.
मोहिनी एकादशी के दिन करें ये उपाय
मोहिनी एकादशी के दिन मां तुलसी की पूजा करने से धन लाभ के योग बनते हैं. इस दिन तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाने से घर में सुख-शांति आती है. यदि आप जीवन में किसी टेंशन से परेशान हैं तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए मोहिनी एकादशी के दिन घर के मुख्य द्वार पर देसी घी का दीपक जलाएं.
भक्तों पर बरसती है श्रीहरि की कृपा
मोहिनी एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति और सुख समृद्धि के साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। श्रीहरि से मनचाहा वरदान पाने के लिए एकादशी का व्रत और पूजन सबसे फलदायी है। शास्त्र में एकादशी की महिमा का बखान किया गया है और इस दिन श्रीहरि की कृपा भक्तों पर विशेष रूप से बरसती है.