Maa Lakshmi
Maa Lakshmi यदि आप अक्टूबर में सोना, चांदी, कार, बाइक, मोबाइल या कोई अन्य सामान खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो आप पुष्य नक्षत्र में खरीद सकते हैं. ज्योतिषशास्त्र में कुल 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. सभी नए सामान की खरीदारी के लिए पुष्य नक्षत्र को सबसे पवित्र माना जाता है.
पुष्य का अर्थ है पोषण करने वाला, ऊर्जा व शक्ति प्रदान करने वाला. पुष्य को ऋग्वेद में तिष्य यानी शुभ या मांगलिक तारा भी कहते हैं. इसे नक्षत्रों का राजा भी कहा जाता है. इस साल 14 और 15 अक्टूबर 2025 को पुष्य नक्षत्र का योग बन रहा है. पंचाग के मुताबिक 14 अक्टूबर को दोपहर 11 बजकर 54 मिनट से 15 अक्टूबर को दोपहर 11 बजकर 59 मिनट तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा. इस तरह से कुल 24 घंटे 6 मिनट का विशेष योग रहेगा.
यह योग सोना और चांदी की खरीदी के लिए सबसे शुभ माना जाता है. खरीदी के इस महा मुहूर्त पर सिद्ध और साध्य योग भी रहेगा. इस दिन खरीदारी के साथ नया काम या व्यापार शुरू करना भी शुभ माना जाता है. इस समय रियल एस्टेट में किया निवेश भी लंबे समय तक फायदा देने वाला रहेगा. ऐसी मान्यता है कि इस दिन खरीदी चीजें लंबे समय तक पास रहती हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है.
पुष्प नक्षत्र के शुभ मुहूर्त
1. 14 अक्टूबर को लाभ का चौघड़िया मुहूर्त सुबह 11 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 10 मिनट तक रहेगा.
2. अमृत का चौघड़िया मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से 1 बजकर 36 मिनट तक रहेगा.
3. लाभ का चौघड़िया मुहूर्त शाम 7 बजकर 29 मिनट से 9 बजकर 03 मिनट तक रहेगा.
4. अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 तक रहने वाला है.
5. 15 अक्टूबर को लाभ का चौघड़िया मुहूर्त सुबह 6 बजकर 24 मिनट से 7 बजकर 50 मिनट तक रहेगा.
6. अमृत का चौघड़िया मुहूर्त सुबह 7 बजकर 51 मिनट से 9 बजकर 17 मिनट तक रहेगा.
7. शुभ का चौघड़िया मुहूर्त सुबह 10 बजकर 43 मिनट से 12 बजे तक रहेगा.
मां लक्ष्मी की करें पूजा
मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में मां लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए. इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है. गृहस्थ जीवन में खुशहाली के लिए पुष्य नक्षत्र में गाय को गुड़ खिलाना चाहिए. इसके साथ ही घर के पास किसी मंदिर में दीपक भी जलाएं. ऐसा करने से संकटों से मुक्ति मिलती है. पुष्य नक्षत्र में जिसका जन्म होता है वे दूसरों की भलाई के लिए सदैव तत्पर रहते हैं. इन्हें दूसरों की सेवा और मदद करना अच्छा लगता है. इस नक्षत्र के जातक मेहनत और परिश्रम से कभी पीछे नहीं हटते और अपने काम में लगनपूर्वक जुटे रहते हैं.