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Amit Kshatriya NASA: भारतवंशी अमित क्षत्रिय का कमाल! NASA का सबसे बड़ा पद मिला, अब चांद और मंगल तक ले जाएंगे इंसान

भारत के लिए यह गर्व की बात है कि NASA जैसे संगठन में शीर्ष पद पर एक भारतीय मूल का व्यक्ति पहुंचा है. अमित के माता-पिता ने अमेरिका में रहते हुए भी अपने बच्चों को शिक्षा और मेहनत का महत्व सिखाया. आज उसी का नतीजा है कि उनका बेटा दुनिया की सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजेंसी का नेतृत्व कर रहा है.

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क्या आपने कभी सोचा है कि NASA जैसी दुनिया की सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजेंसी को कौन चलाता है? अब इसकी कमान एक भारतवंशी के हाथ में है. जी हां, भारतीय मूल के अमित क्षत्रिय को NASA का नया एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया गया है. यह पद NASA का सबसे बड़ा प्रशासनिक पद माना जाता है, यानी अब पूरा NASA उनके नेतृत्व में काम करेगा.

कौन हैं अमित क्षत्रिय?

अमित क्षत्रिय अमेरिका के विस्कॉन्सिन में जन्मे लेकिन भारतीय मूल के परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता इंजीनियर थे और मां एक केमिस्ट. बचपन से ही गणित और विज्ञान के प्रति उनका लगाव रहा. यही कारण है कि उन्होंने कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Caltech) से गणित में स्नातक और यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास, ऑस्टिन से गणित में मास्टर डिग्री हासिल की.

मजेदार बात यह है कि NASA के 100 से भी कम लोग ही ऐसे रहे हैं जिन्होंने मिशन कंट्रोल फ्लाइट डायरेक्टर के तौर पर काम किया है और अमित उनमें से एक हैं.

NASA में 20 साल का सफर

अमित क्षत्रिय का NASA में करियर 2003 में शुरू हुआ. शुरुआत में उन्होंने रोबोटिक्स इंजीनियर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम किया. उनका पहला बड़ा योगदान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की रोबोटिक असेंबली में रहा.

2014 से 2017 तक वे स्पेस स्टेशन फ्लाइट डायरेक्टर रहे और दुनिया भर की टीमों का नेतृत्व किया. उन्होंने अंतरिक्ष में हर चरण पर स्पेस स्टेशन के ऑपरेशंस को संभाला. इसके बाद वे ISS व्हीकल ऑफिस के डिप्टी और एक्टिंग मैनेजर बने और स्पेस स्टेशन के हार्डवेयर और लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट की जिम्मेदारी संभाली.

2021 में अमित को NASA हेडक्वार्टर्स बुलाया गया, जहां वे Moon to Mars Program में अहम जिम्मेदारी निभाने लगे. यही प्रोग्राम इंसानों को चांद पर वापस भेजने और पहली बार मंगल ग्रह पर उतारने की तैयारी कर रहा है.

Artemis मिशन और मंगल का सपना

आज NASA का सबसे बड़ा सपना है- इंसानों को चांद पर वापस भेजना और मंगल तक पहुंचाना. इस मिशन का नाम है Artemis Program. और इस पूरे प्रोग्राम की रणनीति और क्रियान्वयन की जिम्मेदारी अब अमित क्षत्रिय के कंधों पर है.

इसका मतलब है कि जब आने वाले वर्षों में दुनिया देखेगी कि इंसान चांद की सतह पर उतर रहा है और मंगल की ओर सफर शुरू कर रहा है, तो उसके पीछे सबसे बड़ी रणनीतिक सोच अमित क्षत्रिय की होगी.

NASA के कार्यवाहक एडमिनिस्ट्रेटर शॉन डफी ने उनकी नियुक्ति पर कहा, "अमित ने NASA में दो दशकों तक बेहतरीन काम किया है. उनकी नॉलेज, ईमानदारी और समर्पण इस एजेंसी को नए युग की खोज की ओर ले जाएगी."

NASA का सबसे बड़ा प्रशासनिक पद

NASA में एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर का पद बहुत खास है. इस पद पर बैठकर अमित अब NASA के 10 सेंटर डायरेक्टर्स और सभी मिशन डायरेक्टरेट्स के प्रमुखों को लीड करेंगे. आसान भाषा में कहें तो अब पूरा NASA उनके अधीन काम करेगा.

वे NASA के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) की तरह भी काम करेंगे और सीधे एडमिनिस्ट्रेटर शॉन डफी के सलाहकार होंगे.

सम्मान और उपलब्धियां

  • अमित क्षत्रिय को NASA में कई बड़े पुरस्कार मिल चुके हैं.
  • NASA Outstanding Leadership Medal उन्हें ISS के 50वें अभियान के फ्लाइट डायरेक्टर रहने पर दिया गया.
  • Silver Snoopy Award (जो अंतरिक्ष यात्री खुद देते हैं) उन्हें स्पेस सेफ्टी में अहम योगदान के लिए मिला.
  • वे कमर्शियल ऑर्बिटल ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज ड्रैगन डेमो मिशन में चीफ रोबोटिक्स ऑफिसर भी रहे.

भारतवंशी होने का गर्व

भारत के लिए यह गर्व की बात है कि NASA जैसे संगठन में शीर्ष पद पर एक भारतीय मूल का व्यक्ति पहुंचा है. अमित के माता-पिता ने अमेरिका में रहते हुए भी अपने बच्चों को शिक्षा और मेहनत का महत्व सिखाया. आज उसी का नतीजा है कि उनका बेटा दुनिया की सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजेंसी का नेतृत्व कर रहा है.

अब पूरा NASA अमित क्षत्रिय के नेतृत्व में Artemis Mission और Mars Mission की ओर कदम बढ़ा रहा है. विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले दशक में इंसान मंगल ग्रह पर पहुंच सकता है और उस ऐतिहासिक पल में अमित क्षत्रिय का नाम हमेशा के लिए जुड़ जाएगा.