scorecardresearch

Reverse Biological Age Naturally: न दवा, न इंजेक्शन… फिर भी 60 की उम्र में जैविक उम्र घटाकर 20 की बन गईं दो महिलाएं, जानिए कैसे

अमेरिकी बायोहैकर ब्रायन जॉनसन हर साल करीब 16 करोड़ रुपए खर्च करते हैं ताकि उनकी बायोलॉजिकल एज कम हो सके. इस बीच अच्छी खबर ये है कि अपनी जवानी बनाए रखने के लिए करोड़पति होना जरूरी नहीं है.

How to lower your biological age How to lower your biological age
हाइलाइट्स
  • अब हर कोई कम कर पाएगा अपनी बायोलॉजिकल ऐज

  • युवावस्था बनाए रखने के लिए करोड़पति होना जरूरी नहीं

बुढ़ापे को हराने के लिए अब करोड़ों रुपए खर्च करने की जरूरत नहीं है. ब्रिटेन की दो महिलाओं ने यह साबित कर दिया है कि सिर्फ लाइफस्टाइल बदलकर, एक्सरसाइज और खान-पान का ध्यान रखकर जैविक उम्र (Biological Age) को 20-25 साल तक घटाया जा सकता है.

अमेरिकी बायोहैकर ब्रायन जॉनसन हर साल करीब 16 करोड़ रुपए खर्च करते हैं ताकि उनकी बायोलॉजिकल एज कम हो सके. इस बीच अच्छी खबर ये है कि अपनी जवानी बनाए रखने के लिए करोड़पति होना जरूरी नहीं है. ब्रिटेन की 63 साल की पत्रकार संध्या पार्सन्स और 61 साल की लेखिका एलिसन कॉर्क ने बिना दवाइयों और इंजेक्शन के अपने शरीर को जवान बना लिया.

संध्या पार्सन्स की असली उम्र 63 साल, लगती हैं 20 की
संध्या पार्सन्स ने अपनी किताब ‘Age Less’ में बताया कि उन्होंने कैसे अपनी जैविक उम्र 60 से घटाकर 20 कर ली. शुरुआत उन्होंने पीठ दर्द की वजह से पिलाटे्स से की. फिर धीरे-धीरे योग और दौड़ भी शामिल किया. इसके साथ उन्होंने शराब और सिगरेट छोड़ दी, रेडीमेड खाने की आदत छोड़ी और सादा, घर का बना खाना शुरू किया. इससे उन्हें बेहतर नींद आने लगी और शरीर भी हल्का महसूस होने लगा. उनका कहना है, “मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि छोटे-छोटे बदलाव मुझे पूरी तरह से बदल देंगे. आज मैं खुद को ज्यादा जवान और मजबूत महसूस करती हूं.”

सम्बंधित ख़बरें

एलिसन कॉर्क ने 30 किलो वजन कम किया
61 साल की एलिसन कॉर्क पहले फूड क्रिटिक थीं, लेकिन उन्हें खुद नहीं पता था कि उनका खानपान कितना नुकसानदायक था. उन्होंने जिम जॉइन किया और ट्रेनर की सलाह पर अपनी डाइट से बेज फूड (पास्ता, ब्रेड, केक, मिठाइयां) हटाई और प्रोटीन की मात्रा बढ़ा दी. उन्होंने चार साल में करीब 30 किलो वजन घटाया और उनकी हड्डियों की मजबूती और मांसपेशियों की ताकत देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए. उनकी जैविक उम्र अब उनकी असली उम्र से 20 साल कम है.

सोच बदलिए, शरीर खुद बदल जाएगा
येल यूनिवर्सिटी की रिसर्चर बेका लेवी कहती हैं कि बुढ़ापा हमारी सोच में होता है. अगर हम खुद को बूढ़ा मान लें, तो शरीर भी उसी दिशा में बढ़ने लगता है. उनका मानना है कि सकारात्मक सोच और एक्टिव जीवनशैली से उम्र को रोका जा सकता है.

जैविक उम्र बढ़ी तो डिमेंशिया का खतरा 30% ज्यादा
2025 की एक स्टडी में सामने आया है कि जिन लोगों की जैविक उम्र असली उम्र से ज्यादा थी, उन्हें डिमेंशिया का खतरा 30% ज्यादा था. यानी केवल दिखावे के लिए नहीं, जैविक उम्र को कम करना भविष्य की बीमारियों से बचाव भी करता है.