Iraq Women Surgery in Delhi
Iraq Women Surgery in Delhi दिल्ली के डॉक्टरों ने 32 वर्षीय एक इराकी महिला के बाएं कूल्हे के ट्यूमर का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया. इतना ही नहीं इसके साथ ही डॉक्टरों ने उसके कूल्हे का सफल प्रत्यारोपण भी किया. जिसे दिल्ली के ही एक निजी अस्पताल में डिजाइन करने के साथ ही उसको 3डी प्रिंट भी किया गया. ऐसा करने को लेकर डॉक्टरों की काफी तारीफ की जा रही है.
सर्जरी में लगे कुल 11 घंटे
इस ऑपरेशन को दिल्ली के बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में किया गया. इसके बारे में हॉस्पिटल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी एंड रोबोटिक सर्जरी के वरिष्ठ निदेशक और प्रमुख डॉ सुरेंद्र डबास ने कहा कि इराकी महिला का सर्जरी करने में हमें कुल 11 घंटे लगे. जिसमें महिला का ट्यूमर हटाने के लिए चार घंटे और टाइटेनियम इम्प्लांट को फिर से बनाने और लगाने में सात घंटे लगे.
ऑपरेशन था काफी जटिल
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि महिला का ऑपरेशन करना काफी जटिल था. दरअसल महिला का तुर्की में उसी स्थान पर ट्यूमर को हटाने के लिए पहले सर्जरी किया गया था. जिसके चलते उसके बाएं कूल्हे में बहुत सारे निशान थे. इसके चलते ट्यूमर का दोबारा पता लगाने में काफी समय लग गया.
ऑर्थो-ओंको सर्जरी में एक बड़ी छलांग
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इराकी महिला के कूल्हे के ऑपरेशन में अनुकूलित ऑर्थो प्रत्यारोपण के पुनर्निर्माण के लिए 3 डी प्रिंटिंग का उपयोग करना स्पिनो-पेल्विक ट्यूमर सहित ऑर्थो-ओंको सर्जरी में एक बड़ी छलांग है. इराकी महिला के कूल्हे के ऑपरेशन को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि वह तीन से चार महीनों में दोबारा अपने समान्य चलने की स्थिति में आ जाएगी.