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Last Supermoon of 2022: भारत समेत दुनियाभर में दिखेगा साल का आखिरी 'सुपरमून', जानें क्यों है ये बेहद खास

2022 के सबसे बड़े सुपरमून के बाद साल का चौथा और आखिरी सुपरमून 11 अगस्त को दिखाई देगा. इसे स्टर्जन मून भी कहा जाता है. अगस्त के महीने में दिखने वाले पूरे चांद को स्‍टरगन मून कहा जाता है.

सुपरमून सुपरमून
हाइलाइट्स
  • अगस्त के महीने में दिखने वाले पूरे चांद को स्‍टरगन मून कहा जाता है.

  • साल का आखिरी सुपरमून 11 अगस्त को दिखाई देगा.

यदि आप पिछले महीने सुपरमून (Supermoon) देखने से चूक गए हैं, तो गुरुवार को दोबारा इसका दीदार होगा. 2022 के सबसे बड़े सुपरमून के बाद साल का चौथा और आखिरी सुपरमून 11 अगस्त को दिखाई देगा. इसे स्टर्जन मून भी कहा जाता है. यह गुरुवार यानी (11 अगस्त) को पूरी दुनिया में दिखाई देगा. इससे पहले दो सुपरमून दिख चुके हैं. इनका नाम स्ट्रॉबेरी मून और थंडर मून था.

साल का आखिरी सुपरमून

स्टर्जन सुपरमून पूर्णिमा की रात को दिखाई देगा. सुपरमून रात में लगभग 01:36 बजे GMT के आसपास अपने चरम पर होगा. बुधवार से शुक्रवार तक चंद्रमा पूरी चमक और परिपूर्णता में दिखाई देगा. चांद में बदलाव काफी धीरे होगा जिसकी वजह से फुलमून की ही तरह नजर आएगा. 

भारत में 12 अगस्त को देख सकेंगे सुपरमून

आखिरी सुपरमून भारत में 12 अगस्त को सुपरमून देखा जा सकेगा. भारत में लोग बिना टेलीस्कोप या उपकरण की मदद के अपनी आंखों से सीधे इस दुर्लभ खगोलीय घटना को देख सकेंगे. अगस्त के महीने में दिखने वाले पूरे चांद को स्‍टरगन मून कहा जाता है क्योंकि अगस्‍त के महीने में उत्‍तरी अमेरिका में स्‍टरगन फिश बहुत पाई जाती है. 

अधिक चमकीला दिखाई देता हैं चांद

जब चांद धरती से 3,60,000 किलोमीटर या उससे कम की दूरी पर हो तो सुपरमून दिखाई देता है. सबसे पहले 1979 में एस्ट्रोलॉजर रिचर्ड नोल ने इसका नाम सुपरमून रखा था. सालभर में सुपरमून 3 से 4 बार होता है. इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होता है. इसलिए वह ज्यादा बड़ा 16 फीसदी अधिक चमकीला दिखाई देता है. सुपरमून का असर समुद्र भी दिखाई देगा. सुपरमून की वजह से समुद्र में उच्च और कम ज्वार की बड़ी श्रृंखला देखी जा सकती है.