ईरान और इज़राइल के बीच तनाव के चलते लगभग 10,765 भारतीय नागरिक ईरान में फंसे हुए हैं, जिनमें से 6000 छात्र हैं. भारत सरकार इन छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए आर्मेनिया के रास्ते निकासी सहित विभिन्न योजनाओं पर कार्यरत है. अब तक 110 छात्र दिल्ली पहुँच चुके हैं. एक छात्र के अभिभावक ने बताया कि जब उनका बच्चा वापस आया तो उसकी इमारत पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी थी. तेहरान यूनिवर्सिटी के छात्र रिजवान की इमारत भी ध्वस्त हो गई है. एक माँ ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि उनके बच्चों सहित सभी भारतीय बच्चों को सुरक्षित वापस लाया जाए. भारत सरकार और वायुसेना छात्रों और अन्य भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, लेकिन ईरान का एयरस्पेस बंद होने और सड़क मार्ग से निकासी की योजना के कारण चुनौतियाँ बनी हुई हैं.