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Kawad Yatra 2025: कांवड़ और अमरनाथ यात्रा में आस्था के अद्भुत रंग! भक्ति और सेवा का संगम

गुड न्यूज टुडे में सावन के पावन महीने की शुरुआत से पहले ही कांवड़ यात्रा मार्ग पर आस्था के अद्भुत रंग दिखाई दे रहे हैं. 11 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है, लेकिन लंबी दूरी तय करने वाले कांवड़िए पहले ही कांवड़ लेकर निकल पड़े हैं. हरिद्वार में मां गंगा का आशीर्वाद लेकर कांवड़िए गंगाजल से भरा कांवड़ उठाकर भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए कठिन पदयात्रा पर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. इस यात्रा मार्ग पर शिव भक्ति के अनोखे रंग दिख रहे हैं. हरिद्वार से निकले चार दोस्त करीब 80 लीटर गंगाजल लेकर रोजाना 15 किलोमीटर चल रहे हैं. ये चारों अग्निवीर बनने का सपना संजोए हुए हैं और फौज में भर्ती से पहले भगवान भोलेनाथ की आराधना में जुटे हैं. कुछ कांवड़िए अपने माता-पिता की लंबी उम्र के लिए यात्रा कर रहे हैं, जैसे दो दोस्त शिवम और गौरव दिल्ली के संगम विहार जा रहे हैं. यात्रा के दौरान जोश बरकरार रखने के लिए कुछ भक्त संगीत का सहारा ले रहे हैं, जबकि एक कांवड़िया भगवान भोलेनाथ को कंधे पर सवार करके अपनी यात्रा पूरी कर रहा है. हरिद्वार से हापुड़ की ओर बढ़ रही एक बहू अपनी सास को कंधे पर बैठाकर कांवड़ यात्रा पूरी कर रही है. सास ने कहा, "तेरे बस की नहीं है, बोली नहीं मैं ले आउंगी, हिम्मत है मुझमें." यह तस्वीर समाज में रिश्तों की प्रगाढ़ता का संदेश दे रही है.