अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही शहर में आधुनिक सुविधाओं का विकास भी तेजी से किया जा रहा है. इसी कड़ी में अयोध्या में बन रहा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी 97 फीसदी तक बनकर तैयार हो चुका है. बताया जा रहा है कि फीनिशिंग का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा. यानी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले ही अयोध्या आने वाले राम भक्तों को एयरपोर्ट की सौगात मिल जाएगी.
22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए मेहमानों को निमंत्रण भेजने का काम इन दिनों जोर-शोर से चल रहा है. मेहमानों को निमंत्रण भेजने का ये काम राम मंदिर ट्रस्ट की ओर किया जा रहा है. अब तक प्रधानमंत्री मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा देश की कई जानी मानी हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा जा चुका है. देखें किन-किन VIP मेहमानों को निमंत्रण भेजा जा चुका है और किन्हें भेजने की तैयारी है.
श्रीराम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में होने वाले कार्यक्रमों और मंदिर के गर्भग्रह में विराजमान होने वाली रामलला की मूर्ति को लेकर तस्वीर और साफ हो गई है. श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के ताजा बयान के मुताबिक रामलला की 3 मूर्तियों का निर्माण कार्य करीब 90 फीसदी पूरा हो चुका है और बाकी बचा काम भी कुछ दिनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद 20 दिसंबर तक तीन में से किसी एक राम लला की मूर्ति की चयन प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी.
चक्रवाती तूफान मिचौंग ने आज दोपहर करीब एक बजे आंध्र प्रदेश के बापटला में नेल्लोर-मछलीपट्टनम के बीच लैंडफॉल किया. तूफान के टकराने के वक्त हवाओं की रफ्तार करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटा रही. इस तूफान के असर से आंध्र प्रदेश के कई तटीय जिलों में जोरदार बारिश भी हुई. तूफान गुजरने के बाद रेस्क्यू टीमों ने युद्धस्तर पर राहत और बचाव अभियान छेड़ दिया है, ताकि जल्द से जल्द तूफान प्रभावित इलाकों में जनजीवन बहाल किया जा सके.
मिचौंग नाम का साइक्लोन तेजी से आगे बढ़ रहा है. बंगाल की खाड़ी में उठे इस चक्रवाती तूफान ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. इस तूफान की वजह से तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है .जिसके कारण चेन्नई समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. इन हालात में लोगों की मदद के लिए NDRF और SDRF समेत तमाम सरकारी एजेंसियों को लगाया गया है. मौसम विभाग ने कल इस तूफान के दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की संभावना जताई है.
दिसंबर का महीना शुरू होते ही देश के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का दौर तेज गया है. चाहे जम्मू कश्मीर हो, हिमाचल प्रदेश हो, या उत्तराखंड हो, .इन सभी राज्यों के ऊंचाई वाले इलाकों में खूब बर्फबारी हो रही है. इस बर्फबारी के चलते ठंड बढ़ गई है, जिसका असर आम जनजीवन पर देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग का अनुमान है आने वाले दिनों में इसी तरह बर्फबारी जारी रहेगी और मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ने के आसार हैं.
लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर प्रचंड भारतीय सेना का हिस्सा है लेकिन अब जल्द ही इनकी संख्या बढ़ने जा रही है क्योंकि, रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 156 LCH प्रचंड हेलिकॉप्टर खरीदने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. साथ ही लड़ाकू क्षमता को बढ़ावा देने के मकसद से 97 LCA मार्क-1A लड़ाकू विमानों की खरीद के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है. दोनों ही पूरी तरह से स्वदेशी हैं. यानी इनको भारतीय सेना की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है.
जब से उत्तरकाशी की निर्माणधीन सिल्क्यारा सुरंग में हादसा हुआ तब से बाबा बौखनाग को लेकर चर्चा का दौर तेज हो गया. 17 दिनों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हर रोज सुरंग के बाहर पुजारी समेत कई लोगों को बाबा बौखनाग की पूजा अर्चना करते हुए देखा गया. रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने के बाद भी विदेशी एक्सपर्ट अर्नाल्ड डिक्स ने बाबा की पूजा अर्चना की. लोगों की मान्यता है बाबा बौखनाग की कृपा से ही 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकाले में सफलता मिली है.
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू मिशन में सफलता मिल गई है. 41 मजदूरों को बचाने का ये मिशन इसी महीने की 12 तारीख से शुरू हुआ था. पहले देश की टॉप एजेंसियों को इस मिशन में लगाया गया. एक से बढ़कर एक ड्रिलिंग की हाईटेक मशीनें देश के अलग-अलग राज्यों से उत्तरकाशी पहुंचाई गई. इतना ही नहीं, विदेशी एक्सपर्ट की भी मदद ली गई.
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आज देव दीपावली का आयोजन शानदार तरीके से किया जा रहा है. इस अवसर पर विशेष गंगा आरती का आयोजन हुआ और सभी गंगा घाटों को 12 लाख दीयों से प्रकाशित किया गया. साथ ही, 600 क्विंटल फूलों से सम्पूर्ण विश्वनाथ धाम को सजाया गया. इस शानदार आयोजन के मौके पर देशवासियों के साथ-साथ विदेशों से भी बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री काशी पहुंचे हैं, जिनमें 70 देशों के राजदूत और 150 विदेशी डेलीगेट्स भी शामिल हैं.
उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में 12 तारीख से फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन फिर शुरू कर दिया गया है. एक तरफ विशेषज्ञों की भारी भरकम टीम ने 41 मजदूरों को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है तो वहीं दूसरी तरफ 13 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे मजदूरों की सलामती के लिए देश के अलग-अलग मंदिरों में विशेष पूजा भी की गई है.