इस बुलेटिन में भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच चल रहे 'अजेय वॉरियर 2025' युद्धाभ्यास को कवर किया गया है, जो राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में हो रहा है। इसमें भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट और ब्रिटिश सेना की रॉयल गोरखा राइफल्स के सैनिक भाग ले रहे हैं.
यह विशेष रिपोर्ट कई अहम विषयों पर केंद्रित है, जिसमें अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले तैयारियों का जायजा लिया, इस दौरान राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे.
25 नवंबर को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल होंगे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और 24-25 नवंबर को आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन बंद रहेंगे। उत्तर भारत के कई राज्य शीतलहर की चपेट में हैं, दिल्ली में ठंड ने तीन साल का रिकॉर्ड तोड़ा है और मध्य प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
जीएनटी स्पेशल में आज बात बाबा बागेश्वर की एकता यात्रा की जो अपने नवे दिन में श्रीकृष्ण की नगरी पहुँच चुकी है। इस रिपोर्ट में अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले भव्य ध्वजारोहण समारोह की तैयारियों और उसके महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है। साथ ही, मध्य प्रदेश के पन्ना के हीरों को जीआई टैग मिलने की अच्छी खबर भी शामिल है, जिससे इसे वैश्विक पहचान मिली है। बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘इस पदयात्रा में जो सभी मतपंथों का एकत्रीकरण हुआ वो देश को भूलना नहीं चाहिए।’ कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश में बढ़ती ठंड, पेंच और सरिस्का टाइगर रिज़र्व में बाघों की avd sightings, हांगकांग की लबुबु डॉल की बढ़ती लोकप्रियता और लंदन में क्रिसमस की तैयारियों का भी जायजा लिया गया है।
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में ठंड बढ़ने का अनुमान है, वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। अयोध्या में भी 25 नवंबर को विवाह पंचमी के अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ध्वजारोहण करेंगे। इस आयोजन के कारण आम दर्शनार्थियों के लिए दर्शन 24 नवंबर की शाम से 26 नवंबर की सुबह तक बंद रहेंगे.
यह बुलेटिन कई प्रमुख ख़बरों पर केंद्रित है। दिल्ली-एनसीआर में गंभीर वायु प्रदूषण के कारण लोग कौसानी और शिमला जैसे पहाड़ी पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम 25 नवंबर को कपाट बंद होने से पहले شدید ठंड की चपेट में है, जहाँ तापमान माइनस में जाने से नदी-नाले और झरने जम गए हैं। इसके अलावा, नोएडा पुलिस ने ओवर-स्पीडिंग से होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने के लिए गूगल मैप्स के साथ मिलकर एक नया प्रोजेक्ट लॉन्च किया है.
आज की प्रमुख खबरों में, देशभर में काल भैरव जयंती मनाई गई, जिसमें काशी, झांसी और आगर मालवा के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। वहीं, भारतीय सेना की दक्षिणी कमान ने जैसलमेर में 'अखंड प्रहार' युद्धाभ्यास का समापन किया, जिसमें थल सेना और वायु सेना की संयुक्त क्षमताओं का प्रदर्शन हुआ.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात भारतीय सेना की ट्राई सर्विस ड्रिल ऑपरेशन त्रिशूल की। एक ऐसा युद्धाभ्यास जिसमें भारतीय सेना के तीनों अंग एक साथ शामिल हो रहे हैं...तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को परखना और उसे और मजबूत बनाना, इस युद्धाभ्यास का मकसद है। पाकिस्तान की सरहद से महज़ कुछ किलोमीटर दूर राजस्थान के जैसलमेर में देश की तीनों सेनाओं की संयुक्त ताकत का ज़ोरदार प्रदर्शन देखने को मिला
एक बार फिर से देश की निगाहें अयोध्या पर हैं, जहां 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के भव्य निर्माण की पूर्णता पर शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, 'हम लोग उचित समझते हैं कि प्रधानमंत्री जी आए परिसर में और सभी निर्माण कार्यों को देखें'. वहीं, बाबा बागेश्वर यानी धीरेंद्र शास्त्री जातिवाद को खत्म करने के संदेश के साथ दिल्ली से वृंदावन तक 'सनातन एकता पदयात्रा' निकाल रहे हैं, जिसमें हजारों भक्त शामिल हो रहे हैं.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 'सनातन एकता यात्रा' में भारी जनसैलाब उमड़ रहा है. यह पदयात्रा दिल्ली के छत्तरपुर से वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर तक 170 किलोमीटर का सफर तय कर रही है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं. एक भक्त ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा, 'हमको तो तनातनी वाला देश नहीं जी, भारत एक सनातनी वाला देश चाहिए'. यात्रा का आज तीसरा दिन है और यह फरीदाबाद से बल्लभगढ़ की ओर बढ़ रही है. इस यात्रा का उद्देश्य सामाजिक समरसता और सनातन एकता का संदेश देना है, जिसमें हिंदू राष्ट्र बनाने की भी बात कही जा रही है. यात्रा में हर उम्र के लोग, दिव्यांगों से लेकर महिलाएं और बच्चे तक, पूरी श्रद्धा के साथ शामिल हो रहे हैं. स्थानीय लोग भी पदयात्रियों की सेवा में जुटे हैं, जिससे भक्ति और देशभक्ति के अनोखे रंग देखने को मिल रहे हैं.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में दिल्ली से वृंदावन तक 'सनातन हिंदू एकता पदयात्रा' निकाली जा रही है, जिसमें भारी जनसमूह हिस्सा ले रहा है. इस 10 दिवसीय, 170 किलोमीटर लंबी यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करवाना, जातिवाद समाप्त करना, यमुना शुद्धि और अवैध धर्मांतरण पर रोक लगाना है. यात्रा में क्रिकेटर शिखर धवन और रेसलर द ग्रेट खली जैसी हस्तियों ने भी समर्थन दिया है. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह यात्रा किसी के विरोध में नहीं, बल्कि हिंदुओं को एकजुट करने के लिए है और वे धर्म नीति पर चल रहे हैं, राजनीति पर नहीं. यात्रा के आकर्षणों में ग्वालियर की 'गदाधारी सेना' द्वारा लाई गई 250 किलो की गदा और 108 फीट लंबा तिरंगा शामिल है. 7 नवंबर को शुरू हुई यह पदयात्रा 16 नवंबर को वृंदावन में समाप्त होगी.