भारत में गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर माना जाता है. गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरु के प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रकट करने का दिन है. इस अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में उत्सव और अनुष्ठान आयोजित किए गए. वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज के लाखों अनुयायी उनके दर्शन और आशीर्वाद के लिए पहुंचे. क्रिकेट स्टार विराट कोहली और अनुष्का शर्मा भी उनके दर्शन के लिए आते रहते हैं. गोरखपुर में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा की पूजा की और शिष्यों को आशीर्वाद दिया. शिरडी में साईं भक्तों ने पुणे से 225 किलोमीटर पैदल चलकर साईं धाम पहुंचे और तीन दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव में शामिल हुए.
अच्छी और सच्ची खबरों में आज सबसे पहले बात क्रिकेट के नए सुपरस्टार आकाशदीप की, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एडबस्टन टेस्ट में 10 विकेट लेकर इतिहास रचा. आकाशदीप ने अपनी इस शानदार कामयाबी को अपनी कैंसर पीड़ित बहन को समर्पित किया है. उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी बहन पिछले दो महीने से कैंसर से जूझ रही हैं और अब उनकी हालत स्थिर है. बिहार के सासाराम के रहने वाले आकाशदीप ने अपने जीवन में कई संघर्ष देखे हैं, जिसमें पिता और भाई का निधन और आर्थिक तंगी शामिल है.
गुड न्यूज टुडे में सावन के पावन महीने की शुरुआत से पहले ही कांवड़ यात्रा मार्ग पर आस्था के अद्भुत रंग दिखाई दे रहे हैं. 11 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है, लेकिन लंबी दूरी तय करने वाले कांवड़िए पहले ही कांवड़ लेकर निकल पड़े हैं. हरिद्वार में मां गंगा का आशीर्वाद लेकर कांवड़िए गंगाजल से भरा कांवड़ उठाकर भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए कठिन पदयात्रा पर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. इस यात्रा मार्ग पर शिव भक्ति के अनोखे रंग दिख रहे हैं. हरिद्वार से निकले चार दोस्त करीब 80 लीटर गंगाजल लेकर रोजाना 15 किलोमीटर चल रहे हैं. ये चारों अग्निवीर बनने का सपना संजोए हुए हैं और फौज में भर्ती से पहले भगवान भोलेनाथ की आराधना में जुटे हैं. कुछ कांवड़िए अपने माता-पिता की लंबी उम्र के लिए यात्रा कर रहे हैं, जैसे दो दोस्त शिवम और गौरव दिल्ली के संगम विहार जा रहे हैं. यात्रा के दौरान जोश बरकरार रखने के लिए कुछ भक्त संगीत का सहारा ले रहे हैं, जबकि एक कांवड़िया भगवान भोलेनाथ को कंधे पर सवार करके अपनी यात्रा पूरी कर रहा है. हरिद्वार से हापुड़ की ओर बढ़ रही एक बहू अपनी सास को कंधे पर बैठाकर कांवड़ यात्रा पूरी कर रही है. सास ने कहा, "तेरे बस की नहीं है, बोली नहीं मैं ले आउंगी, हिम्मत है मुझमें." यह तस्वीर समाज में रिश्तों की प्रगाढ़ता का संदेश दे रही है.
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा अपनी मौसी के घर गुंडीचा मंदिर से पुरी मंदिर के लिए रवाना हुए. यह बहुड़ा रथ यात्रा उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. लाखों श्रद्धालु अपने आराध्य की घर वापसी की यात्रा में शामिल हुए. 27 जून को जगन्नाथपुरी मंदिर से यात्रा का शुभारंभ हुआ था. इस दौरान भक्त नाचते-गाते और झूमते हुए आगे बढ़ रहे हैं. एक भक्त ने कहा, "अपने आप को अपना मंदिर अपना रत्न सिहासन छोड़कर बाहर सड़कों पर आ जाएंगे कि अब मैं अपने भक्तों से मिलना चाहता हूँ." बहुड़ा यात्रा को भक्त और भगवान के मिलन का पर्व बताया गया है, जहाँ एक रस्सी के सहारे भक्त अपने भगवान को खींचते हैं. अधरपणा नीती और नीलाधि बीचि अनुष्ठान जैसे रीति-रिवाज भी इस यात्रा का हिस्सा हैं.
महादेव के भक्तों के लिए खुशखबरी ही खुशखबरी है. एक ओर कल से अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दिव्य दर्शन की शुरुआत हो चुकी है वहीं चंद दिनों बाद सावन का महीना भी शुरू होने वाला है. ग्यारह जुलाई गुरुपूर्णिमा से भगवान के सबसे प्रिय महीने सावन का शुभारंभ हो जाएगा. इसके साथ ही कांवड़ यात्रा की भी शुरुआत हो जाएगी. हरिद्वार से लेकर बैद्यनाथ धाम तक इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.
आज से बाबा बर्फानी के दिव्य दर्शन का शुभारंभ हो गया. बमबम भोले के जयकारों से अमरनाथ घाटी गूंज उठी. पहले जत्थे ने आज पवित्र गुफा में विराजमान शिवलिंग के दिव्य दर्शन किए और सुबह आरती में भाग लिया. ये नजारा अलौकिक था. शिवधाम में हर ओर महादेव के जयकारे गूंज रहे थे. श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया. दर्शन के बाद भक्तों के चेहरे खुशी से चमक रहे थे.
अमरनाथ यात्रा की औपचारिक शुरुआत से पहले जम्मू के बेस कैंप से यात्रियों का पहला जत्था कड़ी सुरक्षा के साथ रवाना किया गया. इस मौके पर प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मौजूद रहे जिन्होंने यात्रियों को झंडी दिखाकर रवाना किया. बाबा बर्फानी के भक्तों में इस यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखा गया. तीर्थयात्रियों का जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया, जिसमें उधमपुर और बनिहाल में स्थानीय प्रशासन और उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी ने उनका अभिनंदन किया. इस साल की यात्रा 38 दिन चलेगी और 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगी.
इंडियन नेवी का नया योद्धा INS तमाल को आज औपचारिक रूप से भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया है. इस युद्धपोत की कमीशनिंग रूस के कैलिनिनग्राद शहर में हुई. इस खास मौके पर वेस्टर्न नेवी कमांड के चीफ, वाइस एडमिरल संजय जे. सिंह मौजूद रहे. जिनकी मौजदूगी में इस आधुनिक स्टील्थ फ्रिगेट को इंडियन नेवी के सुपुर्द किया गया.
3 जुलाई से शुरू हो रही विश्वप्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा से जुड़ी तैयारियों को परखने के लिए पहले मॉकड्रिल की गई और अब इस यात्रा का ट्रायल रन किया. जिसमें बेस कैंप से यात्री बस को पूरी सुरक्षा के साथ रवाना किया गया. हालांकि, इस बस को कोई यात्री सवार नहीं था. यात्री बस का ये काफिला जिस यात्रा मार्ग से गुजरा. वहां पूरे रास्ते सुरक्षा का अभेद्य चक्र दिखाई दिया. जम्मू से लेकर उधमपुर तक और रामबन से लेकर बनिहाल तक तमाम सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासनिक अमला ट्रायल रन के दौरान चौकन्ना नजर आया.
मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून ने देशभर में अपनी तय तारीख से 9 दिन पहले दस्तक दे दी है. विभाग ने कहा है कि उत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ही अयोध्या में राम कथा संग्रहालय का काम शुरू हुआ है और कैलाश मानसरोवर यात्रा 6 साल बाद फिर से शुरू हुई है.
आज पूरे देश में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का आयोजन हुआ. पुरी में लाखों श्रद्धालुओं ने महाप्रभु के रथ खींचे. पौराणिक मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ कलयुग के देवता हैं और उनके पास जैसे लोग खाली हाथ आते नहीं हैं, वैसे खाली हाथ जाते भी नहीं हैं. देश में मॉनसून की भारी बारिश से पहाड़ से लेकर मैदान तक आफत आई है, कई राज्यों में बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित हुआ है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार बचाव कार्य में जुटी हैं, एक अधिकारी ने बताया कि 'दो-तीन घंटे की मशक्कत के बाद हमने इन दो आदमियों को बाहर निकाला है.' वहीं, भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ निकाली गई और सहारनपुर का थरौली गांव अपनी आधुनिक सुविधाओं के लिए मिसाल बन गया है.