तो वो शुभ घड़ी आ गई. जिसका इंतजार पूरा देश कर रहा था. 18 दिन स्पेस में बिता कर शुभांशु धरती पर लौट आए हैं. उनकी सकुशल वापसी के लिए देश दुआएं कर रहा था. जैसे ही शुभांशु धरती के संपर्क में आए. लखनऊ में उनकी मां की आंखें छलक उठीं. ग्रेस यान के साथ उनकी वापसी न केवल वैज्ञानिक उपलब्धि बन गई,बल्कि शुभांशु ने हमेशा हमेशा के लिए एक इतिहास रच दिया. शुभांशु 10 दिन के आइसोलेशन के बाद नॉर्मल लाइफ में लौटेंगे. लेकिन उनकी ये यात्रा हमेशा याद रखी जाएगी.