सावन का महीना शुरू हो गया है और देश भर के शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. हरिद्वार, काशी, प्रयागराज, उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर और देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर सहित कई स्थानों पर सुबह से ही श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक कर रहे हैं. मंदिरों में हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया, वहीं राजस्थान की उपमुख्यमंत्री ने जयपुर के राजराजेश्वर मंदिर में महादेव की आराधना की. इस बीच, कांवड़ यात्रा में भी अनोखे रंग देखने को मिल रहे हैं.
जबसे शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस सेंटर गए हैं. तब से ISS में लोगों में दिलचस्पी बढ़ी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप इस स्पेस स्टेशन को धरती से भी देख सकते हैं. तो शायद आप यकीन नहीं करेंगे. लेकिन ये सच है. आप अपनी छत से ISS को देख सकते हैं. ये इसलिए भी मुमकिन है क्योंकि अगले दो दिनों तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भारत के ऊपर से गुजरने वाला है.
अब से थोड़ी देर बाद हिंदी सिनेमा का एक नया माइथोलॉजिकल युग शुरु होने जा रहा है.. पहली बार भगवान विष्णु के चौथे अवतार नृसिंह पर बेस्ड एनिमेटेड फिल्म महाअवतार नरसिम्हा का ट्रेलर सामने आने जा रहा है. ये फिल्म इसी महीने 25 जुलाई को वर्ल्डवाइड रिलीज की जाएगी. इस फिल्म के ट्रेलर के लिए फिल्म मेकर्स वृंदावन में हैं.
अमरनाथ यात्रा भक्ति भाव से आगे बढ़ रही है और अब तक करीब 1,00,000 लोगों ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं. छठा जत्था भी दर्शन को निकल पड़ा है. यात्रा मार्ग शिव की भक्ति में रंगा हुआ है. इसी बीच उत्तराखंड की नेलांग घाटी में एक ऐसी जगह का पता चला है जिसकी आभा और काया कुछ-कुछ अमरनाथ गुफा जैसी ही है. यहाँ भी बाबा बर्फानी की तरह विशाल शिवलिंग और बर्फ़ से बने नंदी मौजूद हैं.
भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं. रांची में उनके घर के बाहर फैंस की भारी भीड़ जमा है, जो अपने-अपने तरीके से माही का जन्मदिन मना रहे हैं. धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची में हुआ था. मैदान पर उनके शांत अंदाज़ के कारण फैंस ने उन्हें 'कैप्टन कूल' का टैग दिया है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद धोनी की ब्रांड वैल्यू करोड़ों में है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस समय धोनी की नेट वर्थ लगभग ₹1100 करोड़ है, जिसमें क्रिकेट और ब्रांड एंडोर्समेंट से होने वाली कमाई शामिल है.
ये पूरा महीना शिवमय रहने वाला है और आगे दिन शिव भक्तों के नाम रहने वाले है. बाबा बर्फानी के दर्शन का जोश हम आपको लगातार दिखा रहे हैं. और अब कांवड़ यात्रा की तैयारियां भी शुरु हो चुकी हैं. कांवड़ यात्रा शिव की सबसे कठिन साधना मानी जाती है. इस यात्रा के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक तैयारियो में जुट गए हैं.
अमरनाथ की पवित्र यात्रा शुरु होने के बाद बाबा की एक झलक पाने के लिए शिव भक्तों की कतारें लग गई है. जिस अमरनाथ यात्रा का अभी तक इंतजार और इंतजाम हो रहा था उस यात्रा के शुभारंभ का ये सबसे शुभ मुहूर्त है. बाबा बर्फानी तक पहुंचने की ये साधना किसी तपस्या से कम नहीं है. ये यात्रा आत्मबल मांगती है. ये यात्रा पग पग पर चुनौतियों से जूझते हुए आगे बढ़ती है. लेकिन भक्त बाबा की एक झलक पाने के लिए बिना किसी अवरोध के परवाह किए बस इसी तरह से चले आते हैं.
अमरनाथ यात्रा के लिए इस बार सुरक्षा की अभेद्य व्यवस्था की गई है. यात्रा मार्ग के चप्पे-चप्पे की हाई-टेक निगरानी की जा रही है. जैमर्स, सर्विलांस और क्विक रिस्पॉन्स टीम एक्टिव हैं. इस बार अमरनाथ यात्रा के दोनों ही रूट को 'नो फ्लाइंग ज़ोन' बनाया गया है. देखिए भक्ति के मार्ग से हमारी ये खास रिपोर्ट.
महेंद्र सिंह धोनी ने 'कैप्टून कूल' नाम का ट्रेडमार्क करा लिया है. वैसे तो कैप्टन कूल नाम धोनी को उन्हीं के फैंस से मिला है. जिसकी लोकप्रियता भी काफी है. तो शायद यही वजह है कि, धोनी ने अब इस नाम को कानूनी रुप से अपना लिया है. जब मैदान में अटकी होती थीं सबकी सांसें. जब क्रिकेट फील्ड पर टिकी होती थी पूरे देश की निगाह. जब हाई वोल्टेज मैच में होता था टेंस माहौल, तब एक शख्स था, जो बीच मैदान सिर्फ अपने इशारों से मैच को चला रहा होता था.. ना चेहरे पर शिकन. ना ही आंखों में गुस्सा. दिखता था तो सिर्फ कमिटमेंट. जीत के लिए जद्दोजहद और कूल अंदाज़. तभी तो दुनिया ने उन्हे कैप्टन कूल बना दिया.
इंडिया का मॉनसून फेस्टिवल शुरु हो चुका है. शहर शहर बादलों के बरसने का सीन बना हुआ है. तो कैसे दिल्ली कर रही है मानसून का वेलकम. और आने वाले दिनों मे कैसा रहने वाला है देश का मौसम.. चलिए आपको बताते हैं.
पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का शुभारंभ हुआ, जिसमें लाखों भक्त शामिल हुए. पारंपरिक विधि-विधान से रथ के आगे बुहारा गया और चंदन मिश्रित जल का छिड़काव किया गया. सेवायत के अनुसार, भगवान श्री जगन्नाथ देव की इच्छा अनुसार ही सब होता है, और यह यात्रा नौ किलोमीटर की है जो सूर्यास्त के बाद अगले दिन जारी रहेगी. आज देशभर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई. पुरी, अहमदाबाद, दीघा, प्रयागराज और दिल्ली सहित कई शहरों में लाखों श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हुए, जहाँ 'आस्था सब पर सर्वोपरि है' का भाव दिखा. अहमदाबाद में यह 148वीं रथ यात्रा थी और दीघा में पहली बार इसका आयोजन हुआ; देश के कई हिस्सों में मानसून की स्थिति है और जम्मू-कश्मीर में एसडीआरएफ ने दो मछुआरों को बचाया.