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डिजिटल मार्केटिंग का उभरता सितारा, 16 साल के कार्तिक चौधरी कैसे बने बिजनेसमैन, देखिए

भारतीय जीवन शैली में, जीवन में चार चीजों को बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. धर्म, अर्थ, कर्म और मोक्ष. इसमें से ये जो अर्थ के बिना कुछ संभव नहीं होता है. अर्थ का मतलब केवल मनी यानि पैसा नहीं होता है. अर्थ का मतलब पैसा कमाने-बचाने और सही इस्तेमाल करने का पुरा मनोविज्ञान होता है. और ये जो अर्थशास्त्र है वो किसी भी उम्र में आपके भीतर सक्रिय हो सकता है. पैसा खुदा नहीं है. लेकिन खुदा से कम भी नहीं है. इसे कमाने के लिए बुद्धि औऱ डेयरिंग की जरूरत होती है. लेकिन इसे कमाने के लिए जो लगन, समझ और सही समय पर सही फैसले लेने की क्वालिटी होती है वो जिंदगी में हर जगह आपका साथ देती है. पैसे के पीछे भागना ठीक नहीं है लेकिन कमाने के लिए जरूर क्षमता के लिए मेहनत करना बहुत जरूरी है. देखिए 16 साल के कार्तिक चौधरी की कहानी जो छोटी सी उम्र में बड़े व्यापारी बन गए हैं.

In Indian lifestyle, four things in life have been described as very important. Dharma, Artha, Karma and Moksha. Out of which nothing is possible without Artha in life. Artha does not mean only money. Artha means the whole psychology of earning and saving money and using it properly. And this knowledge can be active in you at any age. Money is not God. But not less than God also. It requires intelligence and daring to earn it. But to earn, it needs the quality of dedication, understanding and taking the right decisions at the right time supports you everywhere in life. It is not good to run after money, but to earn, it is very important to work hard for developing your potential. Watch the story of 16-year-old Karthik Chaudhary who has become a big businessman at a young age.