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नई तरह की खेती से आत्मनिर्भर बन रहीं राधा, कर रही हैं शुगर फ्री पपीते की खेती

हमारा देश शुरू से ही कृषि प्रधान देश रहा है. आज स्थिति ये है कि भारत के किसान अनाज की रिकॉर्ड पैदावार करते हैं. इन किसानों और उनके परिवारों को सशक्त बनाने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चलाती है. यूपी सरकार की राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन भी एक ऐसी ही योजना है. इस योजना से जुड़कर इटावा जिले की राधा रानी आत्मनिर्भर बनने की नई कहानी लिख रही हैं. राधा के परिवार की आर्थिक हालत बहुत बेहतर नहीं है. इसलिए उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से करीब 50 हजार रुपये खर्च कर महाराष्ट्र से 11 सौ पपीते के पौधे मंगवाए. जिनमें 400 पौधे मौसम की मार और दूसरे कारणों से नष्ट हो गए. लेकिन 700 पौधे उनके खेत में लहलहा रहे हैं. राधा इटावा जिले के कुशगवां गांव की रहने वाली हैं.

Radha Rani of Etawah district is writing a new story of becoming self-reliant. The financial condition of Radha's family is not very good. Therefore, with the help of Uttar Pradesh State Rural Livelihood Mission, spending about 50 thousand rupees, he got 11 hundred papaya saplings from Maharashtra. In which 400 plants were destroyed due to weather and other reasons. But 700 plants are blooming in his field.