काशी विश्वनाथ धाम से लेकर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिरों में भगवान का शृंगार किया गया। दिल्ली-एनसीआर की सड़कें कांवड़ियों से गुलजार रहीं। कई अनोखी कांवड़ यात्राएं देखने को मिलीं, जिनमें 12 फीट के महाकाल और मां कालका को कांवड़ में बैठाकर यात्रा की गई। मुजफ्फरनगर में ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल की झलक वाली 6.5 लाख की कांवड़ आकर्षण का केंद्र रही.