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पानी में दुश्मनों का काल है INS Vikrant, जानिए इसकी खासियत

1997 में रिटायरमेंट से पहले लगातार 36 सालों तक दुश्मनों के लिए खौफ का दूसरा नाम रहा आईएनएस विक्रांत अब समंदर में भारत के उसी दबदबे को बढ़ाने के लिए तैयार है. नया विक्रांत पूरी तरह मेड इन इंडिया है, आत्मनिर्भर भारत की शान है. कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने गुरुवार को विक्रांत को नौसेना को सौंप दिया. भारतीय नौसेना को सौंपा गया देश का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएसी-1 है. 15 अगस्त को नौसेना में आधिकारिक रूप से शामिल होने के साथ ही नौसेना की कमान संभाल लेगा और इसके साथ IAC यानी इंडियन एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत कहलाएगा.

INS Vikrant, which was another name of fear for enemies for 36 consecutive years before retirement in 1997, is now ready to increase the same dominance of India in the sea.