बरसाने में लट्ठमार होली की अनूठी परंपरा...महिलाओं के हाथों में लाठियां....ढाल से अपना बचाव करते दिखे पुरुष. बरसाने में नाचते-गाते-झूमते दिखी हुरियारों और हुरियारिनों की टोलियां...हजारों साल पुरानी परंपरा का निर्वाह हो रहा है. बरसाने में होली खेलने का है ये पावन अवसर, गोपियों ने जमकर बरसाए लट्ठ, लट्ठमार होली फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर होती है. बरसाने की हुरियारिनों से होली खेलने के लिये नंदगांव के हुरियारे आते हैं. राधारानी की नगरी बरसाने में होली का दिव्य आनंद हर तरफ साफ-साफ देखा जा सकता है.