इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि कुंडली में गुरु अथवा शुक्र की दशा चलने पर गोचर से गुरु और शनि दोनों के मजबूत होने पर साढे साती उतरने के तुंरत बाद भी नया काम शुरु होता है. भाग्येश अथवा सप्तमेश की दशा चलने पर भी नया काम शुरु होता है.