हनुमान जी का प्राकट्य चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था. कुछ लोग मानते हैं कि इनका अवतरण छोटी दीपावली को हुआ था. हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान जी की विशेष पूजा उपासना करने का प्रावधान है. ऐसा करके हम अपने जीवन में आने वाली तमाम बाधाओं को दूर कर सकते हैं. इस दिन विशेष तरह के प्रयोगों से हम ग्रहों को भी शांत कर सकते हैं. शिक्षा,विवाह के मामले में सफलता और कर्ज-मुकदमे से मुक्ति के लिए यह दिन अति विशेष होता है.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि हर व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का प्रभाव होता है. व्यक्ति के स्वभाव, खान पान, करियर आदि पर ग्रहों का विशेष प्रभाव पड़ता है. ये ग्रह व्यक्ति की आदतों और पसंद नापसंद पर भी असर डालते हैं. किसी व्यक्ति को ठीक से समझकर ये जाना जा सकता है कि, उस पर किस ग्रह का प्रभाव है.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि गुरु और राहु ज्योतिष के अशुभ योगों में से एक है. यह वैवाहिक जीवन या चरित्र के लिए शुभ नहीं होता. महिलाओं के लिए यह योग बड़ा ही ख़राब माना जाता है. गुरु और केतु योग व्यक्ति को परम विद्वान बना देता है. ऐसे लोग अपने क्षेत्र के प्रकाण्ड विद्वान होते हैं. ये मुक्ति मोक्ष और अध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रयास करते हैं.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि हम अपने घर में सुंदरता के लिए, यादों के लिए और पूजा पाठ के लिए विभिन्न चित्र लगाते हैं. ये चित्र रंगीन भी होते हैं, सादे भी, बड़े भी और छोटे भी. चित्रों के अन्दर से विशेष तरह की तरंगें निकलती हैं और इसी कारण इनका सीधा असर हमारे मन पर पड़ता है. ये मन को अच्छा भी कर सकते हैं और ख़राब भी. चित्रों से न केवल मन को प्रभावित किया जा सकता है.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि मध्य दोपहर में श्रीराम की उपासना करें. उन्हें पीले फल , पीले फूल और पंचामृत अर्पित करें. तुलसी दल भी जरूर अर्पित करें. इसके बाद "ॐ राम रामाय नमः" का जाप करें. रामचरितमानस के बालकाण्ड का पाठ करना भी उत्तम होगा.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि नवरात्रि के दो दिन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माने जाते हैं अष्टमी तिथि और नवमी तिथि. अष्टमी तिथि को माता महागौरी की उपासना की जाती है. इस दिन बहुत सारे लोग विशेष उपवास भी रखते हैं. इसके अलावा इस दिन कन्या पूजन का भी प्रावधान भी है.नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर उपासना से मनचाहे विवाह का वरदान मिलता है.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि दुर्गा सप्तशती के महामंत्र कौन-कौन से हैं. क्या मां दुर्गा की पूजा करते समय लाल वस्त्र धारण करके करनी चाहिए. इसके साथ ही यह भी बता रहे हैं कि दुर्गा सप्तशती के मंत्रों के पाठ करते समय किन बातों का ध्यान रखें. क्या विवाह या विद्या के लिए मां दुर्गा की पूजा करते समय पीले वस्त्र धारण करना लाभकारी होता है.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि देवी मां की पूजा में 2 स्तोत्र क्या है. सिद्ध कुंजिका स्तोत्र की महिमा क्या है. इसके साथ ही यह भी बता रहे हैं कि दुर्गा कवच का महत्व है. मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए किसका पाठ करना चाहिए.
सूर्य समस्त जगत की आत्मा और स्वास्थ्य का कारण है. सूर्य का राशी परिवर्तन हर राशि पर प्रभाव जरूर डालता है. 13 अप्रैल को सूर्य का मेष राशि में प्रवेश, सूर्य यहाँ अपनी सबसे मजबूत स्थिति में माने जाते हैं. इस स्थान पर सूर्य बृहस्पति के साथ रहेंगे. उनके ऊपर शनि की दृष्टि बनी रहेगी. सूर्य इस स्थान पर 14 मई तक रहेंगे. इस राशि परिवर्तन के साथ अब तमाम शुभ कार्य किये जा सकेंगे.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि सूर्य का राशी परिवर्तन हर राशि पर प्रभाव जरूर डालता है. इस बार सूर्य 13 अप्रैल को मेष राशि में जा रहे हैं. सूर्य यहाँ अपनी सबसे मजबूत स्थिति में माने जाते हैं. इस स्थान पर सूर्य बृहस्पति के साथ रहेंगे.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि नवरात्रि का हर दिन मनोकामना पूर्ण करने का दिन होता है. ऐसे में अगर हम विशेष वस्तुओं का प्रयोग करें तो मनोकामना निश्चित पूर्ण हो सकती है. नवरात्रि में कुछ विशेष वस्तुओं के प्रयोग से मनोकामनायें पूर्ण की जा सकती हैं.