जीएनटी स्पेशल में आज बात पराक्रम के उस पर्व की करेंगे जो आज ओडिशा के पुरी में मनाया जा रहा है. दरअसल पुरी के इस उत्सव का कनेक्शन आधी सदी पुराने उस अध्याय से है जब भारत की सशस्त्र सेनाओं ने अपने शौर्य की स्याही से दुनिया के नक्शे पर एक नई लकीर खींच दी थी. ठीक 53 साल पहले आज के दिन भारत की नौसेना ने पाकिस्तान के दंभ का दमन कुछ इस तरह किया था कि दुनिया के नक्शे पर एक नया मुल्क तामीर होने की राह खुल गई थी.